बाढ़, तूफान और लू... अब हर मौसम की सटीक जानकारी देगा BFS, जानिए 'भारत फोरकास्ट सिस्टम' में क्या है खास?
punjabkesari.in Monday, May 26, 2025 - 01:46 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत ने मौसम विज्ञान के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए सोमवार को ‘भारत फोरकास्टिंग सिस्टम (BFS)’ लॉन्च कर दिया। अत्याधुनिक तकनीक से लैस यह हाई-रिज़ॉल्यूशन वेदर फोरकास्टिंग मॉडल अब तेज़, सटीक और स्थानीय स्तर पर मौसम की भविष्यवाणी करेगा। BFS को पुणे स्थित भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) ने विकसित किया है। इसका उद्घाटन पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने किया।
क्या है BFS की खासियत?
BFS का रिज़ॉल्यूशन महज 6 किमी
यह प्रणाली देश में पहली बार 6 किलोमीटर की सूक्ष्म ग्रिड पर मौसम की भविष्यवाणी कर सकती है। पहले तक भारत में 12 किमी ग्रिड पर आधारित फोरकास्ट सिस्टम का इस्तेमाल होता था।
‘अर्का’ सुपर कंप्यूटर से संचालित
यह सिस्टम अत्याधुनिक सुपर कंप्यूटर ‘अर्का’ द्वारा संचालित है, जिसकी क्षमता 11.77 पेटाफ्लॉप्स है और यह 33 पेटाबाइट्स डेटा स्टोर कर सकता है। वर्तमान में उपयोग में लाया जा रहा ‘प्रत्युष’ इसकी तुलना में कहीं पीछे है।
अब दो घंटे का भी ‘नाउकास्ट’
BFS अब न केवल 24 घंटे या 7 दिन का बल्कि अगले 2 घंटे का भी सटीक पूर्वानुमान देने में सक्षम है। यह 40 डॉप्लर रडार से मिलने वाले डेटा पर आधारित है, जिसे भविष्य में 100 रडार तक बढ़ाया जाएगा।
आपदा प्रबंधन को मिलेगा नया आयाम
BFS की मदद से बाढ़, तूफान, लू और ठंड की लहर जैसी प्राकृतिक आपदाओं की सटीक जानकारी समय रहते दी जा सकेगी। इससे राहत कार्यों और योजनाओं को त्वरित गति मिल सकेगी।
कृषि और स्थानीय प्रशासन को लाभ
इस प्रणाली से किसानों को समय पर वर्षा और मौसम की सटीक जानकारी मिलेगी, जिससे फसल प्रबंधन और सिंचाई की योजना बेहतर बन सकेगी। वहीं, गांव-पंचायत स्तर तक सूचना पहुंचने से प्रशासन को भी फैसले लेने में मदद मिलेगी।