पहली बार कब हुआ था EVM का इस्तेमाल... क्या होता है EVM के अंदर? जानिए सभी सवालों के जवाब
punjabkesari.in Saturday, Jun 01, 2024 - 05:11 PM (IST)
नेशनल डेस्क: चुनाव का नाम सामने आते दिमाग में EVM मशीन की तस्वीर सामने आ जाती है। ईवीएम यानी इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन। चुनाव के दौरान इस मशीन के जरिए ही वोट डाला जाता है और गिनती की जाती है। चुनाव में EVM क्या रोल प्ले करती है। इसकी शुरुआत कैसे हुई, पहली बार इसका इस्तेमाल कब हुआ। आइए जानते हैं इन सभी सवालों के जवाब-
पहली बार कब हुआ था EVM का यूज़?
सन 1980 में EVM को पहली बार बनाया गया था। उस वक्त इसे इलेक्ट्रॉनिक्ली ऑपरेटेड वोट काउंटिंग मशीन का नाम दिया गया था। वहीं, अगर इसके सबसे पहली बार इस्तेमाल की बात करें, तो इसका सबसे पहले इस्तेमाल 1982 में हुआ था। केरल से परूर विधानसभा सीट के 50 वोटिंग सेंटर्स पर इस ईवीएम का उपयोग किया गया था।
शुरुआत में करना पड़ा विरोध का सामना-
शुरुआती दिनों में चुनाव आयोग को EVM के इस्तेमाल को लेकर बहुत से विरोध का सामना करना पड़ा। साल 1998 में EVM का इस्तेमाल 16 विधानसभा में हुआ था। इसके बाद 1999 में इसे 46 लोकसभा सीट पर इस्तेमाल किया गया। वहीं साल 2004 में लोकसभा चुनाव में EVM का इस्तेमाल सभी सीट पर हुआ।
क्या होता है EVM के अंदर?
EVM के अंदर एक माइक्रोप्रोसेसर लगा होता है। इससे आप एक बार ही प्रोग्राम कर सकते हैं। एक बार प्रोग्राम होने के बाद आप इसे बदल नहीं सकते। EVM यूज़ करने के लिए इलेक्ट्रिसिटी की जरूरत नहीं होती है। EVM 7.5-volt की एल्कलाइन बैटरी के साथ आती है।
EVM कैसे काम करती है?
EVM में दो यूनिट्स- कंट्रोल और बैलेट होती है। एक यूनिट जिस पर बटन दबा कर आप अपना वोट देते हैं और दूसरी यूनिट में आपके वोट को स्टोर किया जाता है। कंट्रोल यूनिट मतदान अधिकारी के पास होती है, जबकि बैलेट यूनिट को दूसरी तरफ रखा जाता है, जहां से लोग वोट डाल पाते हैं।