जब मैं अध्यक्ष बनूंगा तो रिमोट कंट्रोल मेरे पास ही रहेगा, खड़गे ने खारिज की 'सोनिया का रिमोट कंट्रोल' होने की बात

punjabkesari.in Friday, Oct 07, 2022 - 06:11 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पार्टी के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी के विपरीत उनकी पार्टी में ‘रिमोट कंट्रोल' जैसी कोई चीज नहीं है। पार्टी के शीर्ष पद के लिये हो रहे चुनाव के वास्ते अपना प्रचार करने यहां आए खड़गे ने जोर देकर कहा कि यदि वह सबसे पुरानी पार्टी (कांग्रेस) का मुखिया बनते हैं तो ‘रिमोट कंट्रोल' उनके पास ही होगा। वह भाजपा के इस दावे के बारे में एक सवाल का जवाब दे रहे थे कि वह अध्यक्ष पद पर चुने जाने के बाद सोनिया गांधी के ‘रिमोट कंट्रोल' और ‘प्रॉक्सी' के रूप में काम करेंगे।

कांग्रेस में रिमोट कंट्रोल जैसी कोई चीज नहीं
खड़गे ने कहा, ‘‘बहुत से लोग कहते हैं कि मैं रिमोट कंट्रोल हूं और पीछे से काम करूंगा। वे कहते हैं कि मैं वही करूंगा, जो सोनिया गांधी कहेंगी। कांग्रेस में रिमोट कंट्रोल जैसी कोई चीज नहीं है, हम लोग एक साथ निर्णय लेते हैं। यह आपकी सोच है। कुछ लोग यह मंतव्य तैयार कर रहे हैं।'' भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने कितनी बार (पार्टी अध्यक्ष का) चुनाव कराया? (भाजपा में) सभी अध्यक्षों का चुनाव आम सहमति से हुआ, और आप मुझे शिक्षा दे रहे हैं? भाजपा में ‘रिमोट कंट्रोल' कहां है? जब मैं अध्यक्ष बनूंगा तो रिमोट कंट्रोल मेरे पास रहेगा।''

खड़गे ने की सोनिया गांधी की प्रशंसा
सोनिया गांधी की प्रशंसा करते हुए खड़गे ने कहा कि उन्होंने एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री को देश का प्रधानमंत्री (मनमोहन सिंह) बनाया था, न कि खुद पद संभाला था या अपने बेटे के नाम पर इसके लिए विचार किया था। खड़गे ने कहा कि वह एक ऐसे परिवार से ताल्लुक रखती हैं, जिसने इस देश के लिए अपने सदस्यों की कुर्बानी दी है और यहां तक ​​कि अपने पति के हत्यारों को माफ करने की बात भी कही है। उन्होंने कहा कि अगर वह पार्टी अध्यक्ष बनते हैं तो पार्टी के हर स्तर पर महिलाओं, युवाओं, दलितों, पिछड़े वर्गों को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश करेंगे और राज्य इकाइयों से एकजुट होकर चुनाव लड़ने की अपील करेंगे।

तो क्या मुझे भाग जाना चाहिए?
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपनी पार्टी एवं गांधी, नेहरू की विचारधारा को बचाने और सरदार पटेल के एकता के आह्वान को मजबूत करने के लिए मैदान में उतरा हूं।'' अपने प्रतिद्वंद्वी शशि थरूर के बारे में पूछे जाने पर वरिष्ठ नेता ने कहा कि वह सहयोगियों और कार्यकर्ताओं की सलाह के बाद वह चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने पूछा, ‘‘जब हमारे कार्यकर्ता, प्रतिनिधि और युवा कहते हैं कि आपको नेतृत्व करना चाहिए, तो क्या मुझे भाग जाना चाहिए?'' खड़गे ने कहा कि कांग्रेस के सामने कई चुनौतियां हैं, लेकिन इसमें बहादुरी से उनका सामना करने और उनसे पार पाने की क्षमता भी है।

अगर हम एक साथ काम करते हैं, तो देश प्रगति करेगा
खड़गे ने याद दिलाया कि केदारनाथ में बाढ़ के बाद गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तराखंड शहर में फंसे अपने राज्य के लोगों को वापस लाने के लिए उनसे एक विशेष ट्रेन की मांग की थी। उन्होंने कहा, ‘‘उस समय, हमने सरकारी स्तर पर उनकी मदद करने और फंसे लोगों को घर भेजने की पूरी कोशिश की थी। अगर हम एक साथ काम करते हैं, तो देश प्रगति करेगा।'' आगामी 17 अक्टूबर को होने वाले पार्टी चुनावों के लिए कांग्रेस की गुजरात इकाई के प्रतिनिधियों से मिलने आए खड़गे ने राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' की भी सराहना की।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

rajesh kumar

Recommended News

Related News