ट्रूडो के एक बयान से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आया खालिस्तान का मुद्दा, कनाडा के हिंदुओं ने शुरू किया गुरपतवंत पन्नू का विरोध

punjabkesari.in Thursday, Sep 21, 2023 - 02:28 PM (IST)

ओंटारियो: कनाडा के प्रधानमत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा अपने देश की संसद में खड़े होकर हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए भारत का हाथ होने की पुख्ता जानकारी का बयान देने के बाद खालिस्तान का मुद्दा पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गया है। हरदीप सिंह निज्जर भारत के कानून के मुताबिक वांछित आतंकी था और एन.आई.ए. ने इस आतंकी की गिरफ्तारी के लिए 10 लाख रुपए का ईनाम भी रखा हुआ था। लेकिन कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सिख वोट की खातिर न सिर्फ संसद में उसके प्रति सहानुभूति जताई बल्कि खालिस्तान का मुद्दा पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना दिया।

इससे पहले पाकिस्तान पिछले चार दशक से इस मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में लाने के लिए जी-तोड़ प्रयास कर रहा था, लेकिन उसे सफलता नहीं मिल पाई, लेकिन जस्टिन ट्रूडो ने संसद में खड़े होकर वह काम कर दिया, जो पाकिस्तान की खूफिया एजैंसी आई.एस.आई. दशकों में नहीं कर पाई। ट्रूडो के इस बयान के बाद खालिस्तानी खुशी से फूले नहीं समा रहे और सिख फार जस्टिस के सरप्रस्त व वांछित आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने अब खुलेआम कनाडा में रहने वाले हिंदुओं को कनाडा छोड़ने की धमकियां देनी शुरू कर दी हैं।

पन्नू के इस वीडियो के बाद कनाडा में हिंदु समुदाय के लोग भी एकजुट होना शुरू हो गए हैं। हिंदु समुदाय के लोगों ने पन्नू के इस वीडियो के खिलाफ लोगों ने यू टयूब पर इसे हेट स्पीच बताते हुए रिपोर्ट करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही इस वीडियो को नफरत फैलाने वाला बताते हुए कनाडा में आपराधिक शिकायतें दर्ज करवाने की योजना भी बना रहे हैं। कनाडा के हिंदुओं का कहना है कि पन्नू खुद अमरीकी नागरिक है, इसलिए वह हमें यह न बताए कि किसको कनाडा छोड़ना चाहिए। उसे खुद कनाडा के आंतरिक मामलों में दखल नहीं देना चाहिए। गौरतलब है कि कनाडा में हिंदू आबादी 8 लाख 28 हजार है, लेकिन इसके बावजूद हिंदुओं का कनाडा की राजनीति में बहुत बड़ा प्रभाव नहीं है।
 


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Content Writer

Anu Malhotra

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