केरल में बारिश का कहर जारी, 22 का मौत, सरकार ने वायुसेना से मांगी मदद
punjabkesari.in Friday, Aug 09, 2019 - 06:33 PM (IST)
तिरुवनंतपुरम: केरल में बारिश ने तबाही मचा रखी है। अलग-अलग इलाकों में लगातार बारिश से अबतक 22 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। वहीं 22,000 से ज्यादा प्रभावित लोगों को राहत केंद्रों में शरण लेनी पड़ी है। राहत-बचाव में जुटे अधिकारियों ने बताया कि पिछले साल तो बारिश से केरल को भीषण बाढ़ झेलनी पड़ी थी और इस साल भी बारिश का कहर जारी है। जिसके बाद अब राज्य सरकार ने सेना और वायुसेना से मदद मांगी है।
भारी बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन के कारण रेलमार्ग प्रभावित हुआ है। वहीं वायनाड, मलप्पुरम, कन्नूर, इडुक्की और मध्य केरल में बाढ़ की स्थिति है। कोच्चि एयरपोर्ट पर भी पानी भर जाने के कारण रविवार तक के लिए हवाई सेवा बंद कर दी गई है। राज्य की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री पिरनई विजयन ने एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की।
मुख्यमंत्री विजयन ने संवाददाताओं से बात करते हुए उन्हे बताया कि बारिश के कारण बीते तीन दिन में अबतक 22 लोगों की मौत हो गई है और 24 जगहों पर भूसख्लन की सूचना मिली है। जिसके बाद से राज्य के 14 जिलों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। सीएम के मुताबिक एनडीआरएफ, पुलिस, दमकल विभाग, वन अधिकारी राहत-बचाव में जुटे हुए हैं। वहीं स्थिति को देखते हुए सेना और वायुसेना से भी मदद मांगी गई है।
जानकारी के मुताबिक भीषण बारिश के कारण सबसे ज्यादा वायनाड के मेप्पाडी और मलप्पुरम का नीलांबर प्रभावित हुए हैं। मेप्पाडी में भूसख्लन से कई घर पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं। जिसमें 150 लोग अभी भी फंसे हुए हैं। वहीं मलप्पुरम के इडवान्ना में शुक्रवार को एक घर के ढह जाने से एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत हो गई।
मंत्री ई. चंद्रशेखर ने बताया कि भोपाल और तमिलनाडु के वेलिंगटन से रक्षाकर्मी केरल पहुंच रहे हैं। इसके अलावा एनडीआरएफ की 13 टीमें और करीब 180 सैन्य कर्मी पहले से राहत-बचाव में जुटे हुए हैं। वही कोच्चि के दक्षिणी नौसेना कमान ने कहा कि अगर कोच्चि एयरपोर्ट लंबे वक्त तक बंद रहता है तो छोटे व्यावसायिक उड़ानों के लिए वो अपना एयरपोर्ट खोलने के लिए तैयार हैं।