राजनीतिक गलियारों में मचा हड़कंप: कांग्रेस नेता पर यौन शोषण का आरोप, सुसाइड नोट में हुआ खुलासा
punjabkesari.in Saturday, Oct 11, 2025 - 01:40 PM (IST)

नेशनल डेस्क: केरल में एक दिल दहला देने वाले मामले ने राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है। तिरुवनंतपुरम जिले की एक 50 वर्षीय महिला ने आत्महत्या कर ली, लेकिन यह महज एक पारिवारिक या निजी घटना नहीं थी। इस मामले में जो खुलासे हो रहे हैं, वह राज्य की राजनीति को झकझोरने के लिए काफी हैं। महिला के सुसाइड नोट में जिस शख्स का नाम सामने आया है, वह कोई आम आदमी नहीं, बल्कि कांग्रेस पार्टी के एक पदाधिकारी हैं।
खुदकुशी से पहले लिखा गया नाम... और खुल गई परतें
महिला की मौत के बाद जब फोरेंसिक रिपोर्ट सामने आई, तब जाकर पता चला कि यह महज एक घरेलू हादसा नहीं, बल्कि सुनियोजित मानसिक प्रताड़ना का अंत था। शुरुआती जांच में महिला की मौत गैस सिलेंडर फटने से हुई दुर्घटना जैसी लगी, लेकिन बाद में साक्ष्यों और सुसाइड नोट ने कहानी को पूरी तरह पलट दिया। महिला ने अपने सुसाइड नोट में साफ तौर पर जोस फ्रैंकलिन का नाम लिखा है - जो तिरुवनंतपुरम जिला कांग्रेस कमेटी में महासचिव हैं और नेय्याट्टिनकारा नगरपालिका में स्वास्थ्य स्थायी समिति के अध्यक्ष भी हैं।
केस दर्ज, आरोप बेहद गंभीर
नेय्याट्टिनकारा पुलिस ने इस मामले में जोस फ्रैंकलिन के खिलाफ यौन उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि महिला को बेकरी व्यवसाय शुरू करने के लिए लोन दिलाने के नाम पर झूठे वादे किए गए और लंबे समय तक उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। नेय्याट्टिनकारा के इंस्पेक्टर बी.एस. प्रवीण ने पुष्टि की कि कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) से यह साबित हुआ है कि जोस और पीड़िता के बीच लगातार बातचीत होती थी, जिससे उनकी करीबी की पुष्टि होती है।
बच्चों ने भी लगाए आरोप, सड़कों पर उतरे विरोधी दल
पीड़िता के बच्चों ने भी पुलिस को जोस फ्रैंकलिन की भूमिका को लेकर बयान दिए हैं। इसके बाद मामला और भी गहराता जा रहा है। अब विपक्षी दलों – भाजपा और सीपीएम – ने मोर्चा खोल दिया है। जोस की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पुलिस स्टेशन के बाहर विरोध मार्च भी निकाला गया है। इस विरोध ने राजनीतिक दबाव को बढ़ा दिया है और कांग्रेस पार्टी की स्थिति को असहज बना दिया है, खासकर तब जब पार्टी पहले से ही आंतरिक विवादों और गुटबाज़ी से जूझ रही है।
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले:
2022 में, कांग्रेस नेता पीवी कृष्णकुमार को बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। अनवर कादरी, एक अन्य कांग्रेस नेता, की पार्षद सदस्यता इसलिए रद्द की गई थी क्योंकि वे ‘लव जिहाद’ फंडिंग केस में फंसे थे और उनके खिलाफ 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से एक राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत भी है।