Kedarnath: यात्रियों की भीड़ से घोड़े-खच्चरों का बुरा हाल, 16 दिन में 60 मरे

punjabkesari.in Friday, May 27, 2022 - 04:12 PM (IST)

नेशनल डेस्क: चारधाम यात्रा में विकट भौगोलिक परिस्थितियों के चलते श्रद्धालुओं की मौत का सिलसिला जारी है। चारधाम यात्रा शुरू होने के 24 दिनों के अंदर अब तक 83 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। गुरुवार को सात तीर्थयात्रियों की मौत हुई है। इसी बीच केदारनाथ में श्रद्धालुओं की बढ़ती के कारण सबसे ज्यादा ओवरलोड घोड़े-खच्चरों पर पड़ रहा है। समुद्रतल से 11750 फिट की ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ तक पहुंचने के लिए भक्तों को 18 से 20 किमी की दूरी तय करनी होती है। इस दूरी में यात्री को धाम पहुंचाने में घोड़ा-खच्चर अहम भूमिका निभाते हैं लेकिन इन जानवरों के लिए भरपेट चना, भूसा और गर्म पानी भी नहीं मिल पा रहा है।

 

संचालक और हॉकर रुपए कमाने के लिए घोड़ा-खच्चरों से एक दिन में गौरीकुंड से केदारनाथ के 2 से 3 चक्कर लगवा रहे हैं और रास्ते में उन्हें पलभर भी आराम नहीं मिल पा रहा है, जिस कारण वह थकान से चूर-चूर होकर दर्दनाक मौत का शिकार हो रहे हैं। सिर्फ 16 दिनों में 55 घोड़ा-खच्चरों की पेट में तेज दर्द उठने से मौत हो चुकी है, जबकि 4 घोड़ा-खच्चरों की गिरने से और एक की पत्थर की चपेट में आने से मौत हुई है।

 

जिला पंचायत रुद्रप्रयाग की अध्यक्ष अमरदेई शाह नेघोड़े-खच्चर मालिक भी अपने जानवरों के प्रति लापरवाही बरत रहे हैं और उनका ध्यान नहीं रख रहे। इतना ही नहीं यात्रा मार्ग पर मर रहे घोड़ा-खच्चरों को नदी में डाला जा रहा है। शाह ने कहा कि मृत जानवर का सही तरीके से दाह संस्कार कर उसे जमीन में नमक डालकर दफनाया जाए, इसके लिए यात्रा में संबंधित कर्मचारियों को मॉनीटरिंग के निर्देश दिए गए हैं।


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Content Writer

Seema Sharma

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