कर्नाटक में पराजय: खत्म हो सकता है BJP में येदियुरप्पा का भविष्य

punjabkesari.in Tuesday, May 22, 2018 - 10:46 AM (IST)

नई दिल्ली(विशेष): शपथ लेने के बाद विधानसभा के अंदर बहुमत साबित करने में असफल रहे 55 घंटे के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा न केवल सत्ता से वंचित रहे बल्कि भविष्य में भाजपा की कर्नाटक ईकाई में भी उनकी अब प्रासंगिकता खत्म हो चुकी है। पार्टी के आंतरिक सूत्रों का दावा है कि आगामी लोकसभा चुनाव तक लिंगायत मतों के ध्रुवीकरण की खातिर उन्हें पद पर बनाये रखा जा सकता है। एक अन्य भाजपा नेता का मानना है कि कर्नाटक में कांग्रेस तथा जेडीएस के गठबंधन के मद्देनजर लोकसभा चुनाव तक राज्य में वह हर संभव प्रयास करेगी जो उसे जीत दिला सके। वैसे भी अगले विधानसभा चुनाव में येदियुरप्पा के भाजपा का चेहरा बनने की संभवना न के बराबर है क्योंकि तब तक वे बहुत बूढ़े हो चुके होंगे। अभी वह 75 साल अधिक उम्र के हैं। 
PunjabKesariभाजपा के हिसाब से तो वे इस बार भी तय उम्र से अधिक के थे लेकिन भाजपा ने लिंगायत वोटों को अपने पक्ष में रखने की खातिर अपने ही रूल को तोड़कर उन्हें मुख्यमंत्री के रूप मे पेश किया। पिछले चुनाव में येदियुरप्पा ने भाजपा छोड़कर नई पार्टी बना ली थी जिसके चलते परंपरागत भाजपा समर्थक पार्टी का साथ छोड़कर येदियुरप्पा के साथ चले गये थे। भाजपा को राज्य में करारी हार मिली थी। राज्य के एक भाजपा नेता का मानना है कि पार्टी प्रदेश में येदियुरप्पा के बाद दूसरी पीढ़ी के नेताओं को आगे लाने की तैयारी में है।
PunjabKesariयही कारण है कि पार्टी ने इस बार भी येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र तथा उनकी खास समर्थक शोभा करांदलजे का भी टिकट काट दिया था। भाजपा ने इस बार के चुनाव में बी श्रीरामलू तथा अनंत कुमार हेगड़े जैसे युवा नेताओं को भी काफी महत्व दिया। इन नेताओं का मानना है कि येदियुरप्पा यदि सांसद बनकर दिल्ली की राजनीति में भी पहुंचते हैं तो उनको मंत्री बनाये जाने की संभावना न के बराबर है। 
 


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Anil dev

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