जवान को बंधक बना महिला मित्र से गैंगरेप, Indore के मशहूर पिकनिक स्पॉट पर हुई वारदात, पुलिस ने लिया एक्शन
punjabkesari.in Thursday, Sep 12, 2024 - 05:07 PM (IST)
इंदौरः मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के एक मशहूर पर्यटक स्थल के पास अपनी दो महिला मित्रों के साथ पिकनिक मना रहे दो युवा सैन्य अधिकारियों पर हमले और इस समूह में शामिल एक युवती के साथ कथित दुष्कर्म के मामले में गुरुवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। वारदात के राजनीतिक तूल पकड़ने के बीच पुलिस के कई दल चार फरार आरोपियों की तलाश कर रहे हैं। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) हितिका वासल ने बताया कि महू सैन्य छावनी से करीब 30 किलोमीटर दूर मशहूर पर्यटक स्थल जाम गेट के पास मंगलवार देर रात हुई इस वारदात के छह आरोपियों की पहचान हुई है जिनमें से दो लोग गिरफ्तार किए गए हैं। उन्होंने बताया कि चार फरार आरोपियों की तलाश जारी है। विंध्याचल पर्वतमाला पर स्थित जाम गेट जंगलों से घिरा है। बारिश के मौसम में इस जगह दिन में सैलानियों का तांता लगा रहता है, लेकिन रात घिरते ही वहां सन्नाटा पसर जाता है।
एसपी ने बताया,"आरोपियों ने मारपीट करते हुए एक युगल को बंधक बनाया और दूसरे युगल से कहा कि बंधकों को तभी छोड़ा जाएगा, जब वे उन्हें 10 लाख रुपये लाकर देंगे।" वासल ने बताया कि वारदात की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। उन्होंने बताया कि भारतीय न्याय संहिता और शस्त्र अधिनियम के संबद्ध प्रावधानों के तहत दर्ज प्राथमिकी में मारपीट और डकैती के साथ ही दुष्कर्म का भी आरोप है। पुलिस अधीक्षक ने बताया,‘‘शिकायतकर्ता ने हमें बताया है कि आरोपी उसकी महिला मित्र को उससे अलग करके एक स्थान पर ले गए थे और उसे संदेह है कि युवती के साथ दुष्कृत्य किया गया है। हालांकि, अभी इस युवती का बयान दर्ज किया जाना बाकी है।'' उन्होंने बताया कि सभी आरोपी घटनास्थल के आस-पास के गांवों के रहने वाले हैं जिनमें से दो लोगों के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड के बारे में पता चला है।
एएसपी रूपेश कुमार द्विवेदी ने दावा किया कि आरोपियों की मारपीट में चारों लोगों को गंभीर चोटें नहीं आईं। उन्होंने बताया कि दोनों सैन्य अफसरों और उनकी दोनों महिला मित्रों की उम्र 25 साल के आस-पास है। वारदात के दौरान एक युवती से दुष्कर्म के आरोप की जांच के बारे में पूछे जाने पर एएसपी ने बताया,‘‘घटना के बाद युवती सदमे में है और वह अभी कोई बयान देना नहीं चाहती। उसका बयान दर्ज करने के बाद हम उचित कदम उठाएंगे।'' उन्होंने बताया,‘‘आरोपियों ने हमले के वक्त चारों लोगों के मोबाइल फोन छीन लिए थे, लेकिन बाद में उन्होंने ये उपकरण पीड़ितों को लौटा दिए। शायद उन्हें डर था कि इन मोबाइल की लोकेशन के चलते पुलिस उन तक तुरंत पहुंच सकती है।'' द्विवेदी ने बताया कि पीड़ितों में शामिल एक सैन्य अफसर ने महू छावनी के फौजी अधिकारियों को वारदात की सूचना दी जिसके बाद पुलिस को इस मामले की जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि जानकारी मिलने के बाद फौरन मौके पर पहुंचे पुलिस दल को देखकर आरोपी जंगल में भाग गए।