फ्लाइट के अचानक 10,500 फीट नीचे गिरने से हड़कंप, यात्रियों ने घर भेजी बैंक और इंश्योरेंस डिटेल्स
punjabkesari.in Friday, Jul 04, 2025 - 07:56 AM (IST)

नेशनल डेस्क: 30 जून की शाम जापान एयरलाइंस की फ्लाइट JL8696 पर सवार 191 यात्री अपने जीवन का सबसे डरावना अनुभव सहन करने को मजबूर हुए। शंघाई से टोक्यो की ओर जा रहा यह बोइंग 737-800 विमान अचानक तकनीकी खराबी के कारण लगभग 36,000 फीट की ऊंचाई से मात्र 10,500 फीट तक तेजी से गिर गया। महज 10 मिनट में 26,000 फीट की यह तीव्र और असामान्य गिरावट यात्रियों के लिए जैसे मौत के करीब जाने जैसा था। इस दौरान प्लेन के केबिन में ऑक्सीजन मास्क स्वतः खुल गए और एक भयावह माहौल बन गया, जहां कई यात्री अपने अंतिम पल समझकर अपने परिवारों को जरूरी जानकारियां भेजने लगे।
घबराहट और अफरा-तफरी का माहौल
शंघाई के पुडोंग एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली यह फ्लाइट, जो जापान एयरलाइंस और उसकी सहयोगी कंपनी स्प्रिंग जापान के कोडशेयर के तहत संचालित हो रही थी, शाम 6:53 बजे अचानक गंभीर समस्या का सामना कर रही थी। जापान के परिवहन मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, केबिन प्रेशर सिस्टम में खराबी का अलार्म बजा, जिसके बाद विमान ने तेज़ी से नीचे गिरना शुरू किया। एक यात्री ने बताया कि “मैं आराम से सो रहा था, तभी मेरे सामने ऑक्सीजन मास्क लटक गए। केबिन क्रू जोर-जोर से चिल्ला रहे थे कि मास्क लगाओ।”
A Spring Airlines flight from Shanghai to Tokyo was forced to make an emergency landing at Kansai Airport after a sudden loss of cabin pressure triggered a rapid descent from 36,000 feet to just under 10,500 feet in ten minutes.
— FL360aero (@fl360aero) July 1, 2025
Flight JL8696 was cruising over Japan when a… pic.twitter.com/2n8rDGfqu5
जीवन बचाने की कोशिशें और यात्री प्रतिक्रियाएं
ऑक्सीजन मास्क खुलते ही विमान में डर और तनाव का माहौल छा गया। कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि उन्होंने अपने परिवार को बैंक और बीमा की डिटेल्स भेज दीं और कुछ ने अपनी वसीयत तक तैयार करनी शुरू कर दी, यह सोचकर कि शायद यह उनकी अंतिम यात्रा है। फ्लाइट अटेंडेंट्स यात्रियों को शांत रखने की पूरी कोशिश कर रहे थे, लेकिन यात्रियों के डर और तनाव की झलक उनके चेहरे पर साफ नजर आ रही थी।
आपातकालीन लैंडिंग और राहत की सांस
पायलट ने तत्काल हवाई यातायात नियंत्रण से संपर्क कर आपातकाल घोषित किया और विमान को सुरक्षित रूप से ओसाका के कंसाई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतार दिया। लगभग दो घंटे बाद, रात 8:50 बजे यात्रियों ने सुरक्षित लैंडिंग के बाद राहत की सांस ली। हालांकि शारीरिक तौर पर किसी को चोट नहीं आई, लेकिन इस भयावह अनुभव का मानसिक असर यात्रियों पर गहरा पड़ा। एक यात्री ने लिखा, “मेरा शरीर तो यहाँ है, पर मेरी आत्मा अभी भी उस हादसे में फंसी हुई है। मेरे पैर अभी भी कांप रहे हैं।”
मुआवजा और आगे की कार्रवाई
जापान एयरलाइंस ने इस घटना पर अफसोस जताते हुए सभी यात्रियों को लगभग 15,000 येन (लगभग 93-104 अमेरिकी डॉलर) का मुआवजा दिया और एक रात की होटल सुविधा प्रदान की। एयरलाइन ने बताया कि केबिन प्रेशर सिस्टम में तकनीकी खराबी आई थी, जिसके कारण सुरक्षा के लिए ऑक्सीजन मास्क तैनात किए गए। उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। फ्लाइट JL8696 और उसकी रिटर्न फ्लाइट JL8695 को 1 और 2 जुलाई को रद्द कर दिया गया, साथ ही यात्रियों को पूर्ण रिफंड और 30 दिनों के भीतर पुनः बुकिंग की सुविधा दी गई।
बोइंग विमानों की सुरक्षा पर उठते सवाल
यह घटना बोइंग 737-800 विमान के साथ हुई है, जिससे इस मॉडल की सुरक्षा को लेकर फिर सवाल उठने लगे हैं। हाल के वर्षों में इस विमान से जुड़ी कई गंभीर घटनाएं सामने आई हैं, जैसे पिछले साल दक्षिण कोरिया में जेजु एयर का क्रैश और हाल ही में अहमदाबाद में बोइंग 787 ड्रीमलाइनर का हादसा। जापान के परिवहन मंत्रालय और ट्रांसपोर्ट सेफ्टी बोर्ड ने मामले की जांच शुरू कर दी है। वे विमान के प्रेशर सिस्टम, फ्लाइट डेटा और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग का गहराई से अध्ययन कर रहे हैं।
भावुक पल: फ्लाइट अटेंडेंट्स की आंखों में छलके आंसू
इस घटना ने न केवल यात्रियों बल्कि फ्लाइट क्रू मेंबरों पर भी गहरा प्रभाव डाला। एक यात्री ने बताया कि “जब मैंने फ्लाइट अटेंडेंट्स की आंखों में आंसू देखे, तो मेरा दिल टूट गया। केबिन में एक अजीब सा सन्नाटा था, जैसे सबकुछ थम गया हो।” यात्रियों ने इसे अपनी जिंदगी का एक ऐसा पल बताया, जिसने उन्हें अपने जीवन की प्राथमिकताओं को फिर से परखने पर मजबूर कर दिया। सोशल मीडिया पर कई यात्रियों ने अपने अनुभव साझा किए, जिन्हें वे कभी नहीं भूल पाएंगे।