Janmashtami 2025: बस कुछ घंटे बाद जन्मेंगे कृष्ण कन्हाई, मथुरा के मंदिरों में भीड़, ऑपरेशन सिंदूर की दिखी झलक

punjabkesari.in Saturday, Aug 16, 2025 - 10:31 PM (IST)

नेशनल डेस्कः देशभर में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व। मथुरा और वृंदावन जैसे पवित्र स्थलों पर इस बार भी भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। कान्हा के जन्म के कुछ ही घंटे बाकी हैं और इन मंदिरों में उत्सव का माहौल चरम पर पहुंच चुका है। भक्त सुबह से ही मंदिरों के बाहर कतार में खड़े हैं और जन्मभूमि मंदिर में तो भक्त उत्सुकता से उस पवित्र क्षण का इंतजार कर रहे हैं जब भगवान श्रीकृष्ण का जन्म होगा।


मथुरा के नंदबाबा मंदिर में यमुना जल से होगा अभिषेक

मथुरा के नंदगांव स्थित नंदबाबा मंदिर में इस बार एक विशेष और पुरानी परंपरा का पुनरुद्धार किया गया है। ठाकुरजी का अभिषेक 300 लीटर यमुना जल से किया जाएगा, जो हरियाणा के यमुनानगर के हथिनी कुंड बैराज से लाया गया है। मंदिर के सेवायत सुशील गोस्वामी ने बताया कि यह जल न केवल अभिषेक के लिए, बल्कि ठाकुरजी के नित्य स्नान और भक्तों को चरणामृत देने के लिए भी प्रयोग होगा। इस पावन कार्य की प्रेरणा कस्बा निवासी दानबिहारी चौधरी को मिली, जिन्होंने गोस्वामी समाज के लोगों को इस संकल्प में साथ दिया। शुक्रवार को दानबिहारी चौधरी, भुवनेश गोस्वामी, सुशील गोस्वामी सहित अन्य लोग हथिनी कुंड बैराज से यमुना जल लेकर वापस लौटे।

वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर में उमड़ी भारी भीड़

वृंदावन के प्रमुख मंदिरों में से एक बांकेबिहारी मंदिर में शाम से ही भक्तों की भारी भीड़ जुटने लगी है। यहां श्रद्धालु कान्हा की एक झलक पाने के लिए बेसब्र हैं। मंदिर से लेकर आसपास की कुंज गलियों तक भक्तों की कतार लगी हुई है। भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

जन्मभूमि मंदिर में रात 11 बजे होगी पूजा आरंभ

मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर में रात 11 बजे से विशेष पूजा कार्यक्रम शुरू होंगे। सबसे पहले श्री गणपति एवं नवग्रह स्थापना-पूजन किया जाएगा, जिसके बाद जन्माभिषेक की विधि संपन्न होगी। जैसे ही रात 12 बजे का समय होगा, मंदिर घंटों, घड़ियालों और शंखों की आवाज़ से गूंज उठेगा, और भक्त अपने कान्हा के जन्मोत्सव में डूब जाएंगे। देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं का उल्लास और भक्ति भाव देखते ही बनता है।

ऑपरेशन सिंदूर: सिंदूरी रंगों से सजा पुष्प बंगला

इस बार भगवान श्रीकृष्ण का 5252वां जन्मोत्सव 'ऑपरेशन सिंदूर' के नाम से मनाया जा रहा है। श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर के बाहर सुंदर सजावट, रंग-बिरंगी लाइटिंग और प्रकाश की भव्य व्यवस्था की गई है। ठाकुरजी के लिए विशेष रूप से इंद्रधनुषी रंगों में तैयार पोशाक बनाई गई है। श्रीकृष्ण सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि भगवान पूर्णावतार में सिंदूर पुष्प बंगले में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे। गर्भगृह का कायाकल्प कर 251 किलो चांदी से इसे रजत मंडित किया गया है। वहीं, गर्भगृह के समीप राज राजेश्वरी अष्टभुजी मां योगमाया मंदिर को भी 51 किलो चांदी से भव्य रूप प्रदान किया गया है।

सुरक्षा व्यवस्था कड़ी, पुलिस तैनाती

जन्माष्टमी के अवसर पर मथुरा को चार जोन और 18 सेक्टरों में विभाजित कर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। मंदिरों, मुख्य बाजारों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में पुलिस और सुरक्षा कर्मी तैनात हैं। जन्मभूमि मंदिर समेत पूरे शहर में कड़ी निगरानी रखी जा रही है ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा बनी रहे। इस बार देश के विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मथुरा पहुंचे हैं, जिससे सुरक्षा के लिए अतिरिक्त कदम उठाए गए हैं।


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Content Writer

Pardeep

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