जयशंकर ने हिंदू मंदिर हमले पर जताई कड़ी आपत्ति, कहा- कनाडा में चरमपंथी ताकतों को राजनीति मे मिल रही जगह

punjabkesari.in Tuesday, Nov 05, 2024 - 05:18 PM (IST)

कैनबरा: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर पर हुए हमले की घटना पर मंगलवार को कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि इससे पता चलता है कि वहां ‘‘चरमपंथी ताकतों'' को किस तरह ‘‘राजनीतिक जगह'' दी जा रही है। उन्होंने यहां अपनी ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वोंग के साथ एक संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान रविवार को कनाडा में हुई घटना और भारत तथा कनाडा के बीच जारी राजनयिक विवाद से संबंधित सवालों के जवाब में यह बात कही। कनाडा के ब्रैम्पटन में प्रदर्शनकारी खालिस्तानी झंडे लेकर रविवार को हिंदू सभा मंदिर में लोगों से भिड़ गए और मंदिर अधिकारियों तथा भारतीय वाणिज्य दूतावास द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में व्यावधान पैदा कर दिया।

ये भी पढ़ेंः-ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री ने जयशंकर के समक्ष कनाडा में सिखों को निशाना बनाने का मुद्दा उठाया

जयशंकर ने कैनबरा में संवाददाताओं से कहा, ‘‘आपने पहले हमारे आधिकारिक प्रवक्ता का बयान देखा होगा और हमारे प्रधानमंत्री की चिंता की अभिव्यक्ति भी देखी होगी।'' विदेश मंत्री 3-7 नवंबर तक ऑस्ट्रेलिया की आधिकारिक यात्रा पर हैं। जयशंकर ने कहा, ‘‘मुझे तीन बात कहने दें। एक, कनाडा ने विशेष विवरण दिए बिना आरोप लगाने का एक पैटर्न बना लिया है। दूसरा, जब हम कनाडा को देखते हैं, तो हमारे लिए, यह तथ्य कि...हमारे राजनयिक निगरानी में हैं, कुछ ऐसा है जो अस्वीकार्य है।'' उन्होंने कहा, ‘‘तीसरी वो घटना है जिसके बारे में सज्जन (प्रश्ननकर्ता) ने बात की, वीडियो जरूर देखें। मुझे लगता है कि इससे पता चलेगा कि वहां चरमपंथी ताकतों को किस तरह राजनीतिक जगह दी जा रही है।''

ये भी पढ़ेंः-ट्रूडो की तरह कनाडा पुलिस भी खालिस्तान प्रेमी ! हिंदुओं के विरोध प्रदर्शनों को बताया अवैध, खालिस्तानियों पर बरत रही नरमी
 

यह घटनाक्रम तब हुआ है जब भारत-कनाडा संबंधों में खालिस्तानी अलगाववादियों को उत्तरी अमेरिकी देश के कथित समर्थन और भारत द्वारा आतंकवादी घोषित किए गए कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह निज्जर के मारे जाने में भारत की संलिप्तता के आरोप को लेकर गहरा तनाव बना हुआ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा था, ‘‘मैं कनाडा में हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे राजनयिकों को डराने-धमकाने की कायरतापूर्ण कोशिशें भी उतनी ही भयावह हैं। हिंसा की ऐसी हरकतें भारत के संकल्प को कभी कमजोर नहीं कर पाएंगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम कनाडा सरकार से उम्मीद करते हैं कि वह न्याय सुनिश्चित करेगी और कानून का शासन कायम रखेगी।''

 

इससे पहले, विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा था कि उसे उम्मीद है कि हिंसा में शामिल लोगों को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा। इसने कनाडा सरकार से यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि सभी पूजा स्थलों को इस तरह के हमलों से बचाया जाए। बयान में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल के हवाले से कहा गया, ‘‘हम कल (रविवार) ब्रैम्पटन, ओंटारियो में हिंदू सभा मंदिर में चरमपंथियों और अलगाववादियों द्वारा की गई हिंसा की निंदा करते हैं। हम कनाडा सरकार से यह सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं कि सभी पूजा स्थलों को ऐसे हमलों से बचाया जाए।''  


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Tanuja

Related News