सर्जिकल और एयर स्ट्राइक्स की निगरानी करने वाले सैटेलाइट का नया एडिशन लॉन्च करेगा ISRO
punjabkesari.in Monday, May 12, 2025 - 04:24 PM (IST)

नेशनल डेस्क: ISRO 18 जून को एक महत्वपूर्ण मिशन लॉन्च करने की तैयारी में है। आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से EOS-09 उपग्रह, जिसे रिसैट-1बी (RISAT-1B) का उन्नत संस्करण माना जा रहा है, को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। यह लॉन्च भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
पीएसएलवी-सी61 एक्सएल रॉकेट करेगा स्थापित-
इस शक्तिशाली उपग्रह को पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV-C61 XL) रॉकेट के माध्यम से पृथ्वी की कक्षा में 529 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थापित किया जाएगा। 1,710 किलोग्राम वजनी यह उपग्रह सी-बैंड SAR से लैस है, जो इसे दिन-रात और सभी मौसमों में उच्च-रिज़ॉल्यूशन वाली तस्वीरें लेने में सक्षम बनाता है।
सुरक्षा और आपदा प्रबंधन में मिलेगी बड़ी ताकत-
EOS-09 रिसैट श्रृंखला का सातवां उपग्रह है और इसकी उन्नत रडार इमेजिंग क्षमता इसे हर प्रकार की मौसम परिस्थितियों में सटीक तस्वीरें लेने की क्षमता प्रदान करती है। यह देश की रक्षा और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण जानकारी देगा, जिसमें सीमा निगरानी, संदिग्ध गतिविधियों पर नज़र रखना और रणनीतिक क्षेत्रों की मैपिंग शामिल है। इसके अतिरिक्त, यह प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़ और भूकंप के दौरान राहत कार्यों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
प्राकृतिक संसाधनों की निगरानी भी होगी आसान-
यह उपग्रह कृषि, वन, जल संसाधनों और खनिजों की निगरानी में भी उपयोगी साबित होगा। इससे भूमि उपयोग, फसल स्वास्थ्य और पर्यावरण में हो रहे बदलावों का विश्लेषण किया जा सकेगा।
रिसैट श्रृंखला: भारत की रडार इमेजिंग क्षमता में मील का पत्थर-
रिसैट श्रृंखला के उपग्रह भारत की रडार इमेजिंग क्षमताओं को मजबूत करते हैं। ऑप्टिकल सेंसर वाले पारंपरिक उपग्रहों के विपरीत, इनका रडार सिस्टम मौसम की बाधाओं को पार कर लगातार निगरानी सुनिश्चित करता है। 2012 में लॉन्च हुआ रिसैट-1 इस श्रृंखला का पहला उपग्रह था और EOS-09 इसका नवीनतम और सबसे उन्नत संस्करण है।
PSLV-C61 XL: इसरो का भरोसेमंद हथियार-
PSLV-C61 XL इसरो का एक अत्यंत विश्वसनीय प्रक्षेपण यान है, जिसने कई सफल मिशन पूरे किए हैं। पीएसएलवी-सी61 एक्सएल इसका उन्नत संस्करण है, जिसे भारी उपग्रहों को कक्षा में स्थापित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
अंतरिक्ष कार्यक्रम में भारत की बढ़ती शक्ति का प्रतीक-
यह प्रक्षेपण भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की बढ़ती ताकत और आत्मनिर्भरता को दर्शाता है। इसरो ने हाल के वर्षों में कई महत्वाकांक्षी मिशनों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। EOS-09 का लॉन्च न केवल भारत की तकनीकी क्षमता को प्रदर्शित करेगा, बल्कि देश की सुरक्षा और विकास को भी बढ़ावा देगा।