भारत में iPhone निर्माण में 60% की बढ़ोतरी, ₹1.5 लाख करोड़ के फोन किए गए एक्सपोर्ट

punjabkesari.in Monday, Apr 14, 2025 - 03:51 PM (IST)

नेशनल डेस्क. भारत में iPhone बनाने वाली Apple कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2024-25 (जो 31 मार्च 2025 को समाप्त हुआ) में अपने भारतीय सप्लाई चैन के ज़रिए iPhone निर्माण में 60 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है। इस दौरान कंपनी ने भारत में करीब ₹1.89 लाख करोड़ मूल्य के iPhones का उत्पादन किया। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, इस उत्पादन का बड़ा हिस्सा लगभग ₹1.5 लाख करोड़ के iPhones विदेशों में निर्यात किए गए हैं।

चीन से दूरी, भारत को फायदा

अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव के कारण Apple अब चीन से अपने प्रोडक्शन को कम कर भारत जैसे देशों में बढ़ा रहा है। अमेरिका भारत में बने स्मार्टफोन्स पर बहुत कम शुल्क लगाता है, जिससे भारत में iPhone उत्पादन Apple के लिए और भी फायदेमंद बन गया है।

भारत से रिकॉर्ड स्मार्टफोन निर्यात

वित्त वर्ष 2024-25 के केवल 11 महीनों (अप्रैल से फरवरी) में ही भारत से ₹1.75 लाख करोड़ (करीब $21 अरब) मूल्य के स्मार्टफोन का निर्यात हुआ, जो पिछले साल की तुलना में 54 प्रतिशत अधिक है। इस निर्यात का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा अकेले Apple के iPhones का था।

Foxconn और Tata बने iPhone उत्पादन के बड़े केंद्र

भारत में iPhone के सबसे बड़े निर्माता Foxconn (जो तमिलनाडु में स्थित है) ने कुल निर्यात का करीब 50 प्रतिशत हिस्सा दिया। Foxconn की फैक्ट्री से हुए निर्यात में पिछले साल की तुलना में 40 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा हुआ है।

दूसरे बड़े निर्माता Tata Electronics रहे, जिनकी हिस्सेदारी करीब 22 प्रतिशत रही। Tata ने कर्नाटक में स्थित Wistron की फैक्ट्री को खरीदा है। इसके अलावा, Pegatron कंपनी की तमिलनाडु फैक्ट्री में भी Tata ने 60 प्रतिशत हिस्सेदारी जनवरी के अंत में खरीदी है। इन अधिग्रहणों के बाद Tata अब भारत में iPhone निर्माण का एक बड़ा खिलाड़ी बन गया है। Pegatron से कुल निर्यात का लगभग 12 प्रतिशत आया। वहीं दक्षिण कोरियाई कंपनी Samsung ने भी भारत के कुल स्मार्टफोन निर्यात में 20 प्रतिशत का योगदान दिया है।

PLI योजना बनी भारत की ताकत

भारत सरकार की उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना (PLI Scheme) ने विदेशी तकनीकी कंपनियों को भारत में निवेश करने के लिए आकर्षित किया है। खासकर Apple जैसी कंपनियाँ अब चीन के विकल्प के रूप में भारत को चुन रही हैं। PLI स्कीम की बदौलत घरेलू उत्पादन अब भारत की 99 प्रतिशत मांग को पूरा करने लगा है, जिससे आयात में कमी और निर्यात में तेज़ी आई है। दिसंबर 2024 तक PLI योजना के तहत ₹10,213 करोड़ का निवेश हो चुका है और इससे 1.37 लाख से अधिक लोगों को सीधे रोजगार मिला है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Parminder Kaur

Related News