आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ आया इंटरपोल, दिया मदद का आश्वासन

punjabkesari.in Saturday, Aug 31, 2019 - 07:41 PM (IST)

नई दिल्ली : इंटरपोल के महासचिव जुर्गन स्टॉक ने आतंकवाद के खात्मे के प्रति भारत की वचनबद्धता की सराहना करते हुए इस मुहिम में उसे पूरी तरह सहयोग करने का आश्वासन दिया है। स्टॉक ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान कहा कि इंटरपोल आतंकवाद , संगठित अपराधों और साइबर अपराधों से निपटने पर विशेष ध्यान दे रहा है। शाह ने बातचीत में आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के समारोह के दौरान वर्ष 2022 में देश में इंटरपोल महासभा के आयोजन का प्रस्ताव रखा। उन्होंने भारत के इंटरपोल ग्लोबल अकेडमी का क्षेत्रीय केन्द्र बनने की इच्छा जताते हुए कहा कि इसके लिए वह ढांचागत और अन्य सहयोग देने को तैयार है। 

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गृह मंत्री ने स्टॉक को बताया कि सरकार का मादक पदार्थों की तस्करी, काला धन और धन शोधन के मामलों में बेहद सख्त रुख है। उन्होंने इंटरपोल से भी इन अपराधों से निपटने को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की अपील करते हुए इनके लिए दीर्घावधि नीति बनाये जाने की जरूरत बताई। भारतीय एजेन्सियों के इन अपराधों से निपटने के अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि ये एजेन्सी इस मामले में इंटरपोल के साथ सहयोग के लिए तैयार हैं। गैर कानूनी गतिविधि अधिनियम में संशोधन का भी उन्होंने उल्लेख किया। 

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शाह ने विभिन्न अपराधों में रेड नोटिस जारी करने में देरी पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसमें तेजी आने से आर्थिक भगौड़ों और आतंकवादियों पर नकेल कसने में मदद मिलेगी। स्टॉक ने कहा कि इंटरपोल के डाटाबेस में 10 करोड डाटा हैं और वह दुनिया भर की जांच एजेन्सियों को निरंतर सहयोग करता है। उन्होंने भारतीय एजेन्सियों से इस डाटा का इस्तेमाल करने का अनुरोध किया।


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shukdev

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