इंस्टाग्राम पर लड़की बनकर युवक को प्रेमजाल में फंसाया, लाखों की ठगी की, बुर्का पहनकर मिलने आया, फिर...
punjabkesari.in Tuesday, Sep 02, 2025 - 01:45 PM (IST)

नेशनल डेस्कः सोशल मीडिया पर फर्जी पहचान बनाकर लोगों को ठगने के मामले तो आपने सुने होंगे, लेकिन उत्तर प्रदेश के अयोध्या से सामने आई यह घटना आपको चौंका देगी। यहां एक युवक ने मुस्लिम युवती बनकर गुजरात के एक विवाहित युवक को न सिर्फ प्रेमजाल में फंसा लिया, बल्कि उससे एक लाख चालीस हजार रुपये भी ठग लिए। हद तो तब हो गई जब यह युवक बुर्का पहनकर अपने प्रेमी से मिलने गया और दोनों ने शादी कर साथ जीने-मरने की कसमें खा लीं। मगर ट्रेन के सफर में वह झूठ ज्यादा देर टिक नहीं पाया और पूरा फर्जीवाड़ा सामने आ गया।
मुस्लिम युवती का फर्जी प्रोफाइल
अयोध्या के खजुरहट क्षेत्र निवासी मनीष नामक युवक ने इंस्टाग्राम पर एक मुस्लिम युवती का फर्जी प्रोफाइल बनाकर गुजरात के साबरकांठा जिले के एक विवाहित मुस्लिम युवक से दोस्ती की। मनीष ने खुद को एक पीड़ित विवाहिता बताकर युवक से सहानुभूति और फिर प्रेम का नाटक शुरू किया। फोन पर मनीष लड़कियों जैसी आवाज निकालकर गुजराती युवक से घंटों बातें करता था। वह खुद को एक अत्याचारी पति से परेशान महिला बताता था। इसी भावनात्मक जाल में फंसाकर मनीष ने युवक से 40-40 हजार रुपये की किस्तों में कुल 1.40 लाख रुपये वसूल लिए।
बुर्का पहनकर युवक से की मुलाकात
लंबे समय तक ठगी करने के बाद जब मनीष ने युवक से पीछा छुड़ाने की कोशिश की, तो युवक ने अयोध्या आकर मिलने की जिद की। मनीष ने प्रेमिका बनकर मिलने का नाटक करते हुए बुर्का पहनकर युवक से मुलाकात की। इसके बाद दोनों ने गुजरात जाकर शादी करने की योजना बनाई और परिवार के कुछ लोगों से भी मुलाकात करवाई।
संदिग्ध बुर्कानशी महिला की तलाश
बुर्का पहने मनीष गुजराती युवक के साथ ट्रेन से गुजरात के लिए रवाना हुआ। लखनऊ रेलवे स्टेशन पर जीआरपी को एक संदिग्ध बुर्कानशी महिला की तलाश थी। शक होने पर पुलिस ने मनीष और युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की। महिला पुलिस ने जब बुर्का हटाने को कहा तो मनीष की सच्चाई सबके सामने आ गई। मनीष ने पुलिस के सामने गिड़गिड़ाते हुए अपनी असलियत बताई और बाहर बैठे युवक को कुछ न बताने की गुहार लगाई। इसके बाद जीआरपी ने दोनों को छोड़ दिया, और दोनों फिर ट्रेन से गुजरात के लिए रवाना हो गए।
सफर में सामने आई सच्चाई
ट्रेन यात्रा के दौरान मनीष कुछ भी खा-पी नहीं रहा था ताकि उसकी असलियत उजागर न हो। लेकिन पास रहने पर गुजराती युवक को शक हुआ और अंततः सच्चाई सामने आ गई। इसके बाद दोनों के बीच बहस हुई, लेकिन बाद में युवक ने माफ करते हुए मनीष से पैसे वापस लेने की बात पर सहमति जताई। मनीष फिर युवक के साथ गुजरात चला गया और वहां शटरिंग का काम करने लगा।
मनीष के घरवालों ने अयोध्या पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई कि उनका बेटा गुजरात में काम करता था और वहां एक मुस्लिम युवक ने उसे अगवा कर लिया है। परिजनों का आरोप था कि युवक 2.5 लाख रुपये की फिरौती मांग रहा है और किडनी निकालने की धमकी दे रहा है।
पुलिस ने किया खुलासा
मामला दो समुदायों से जुड़ा होने के चलते अयोध्या पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया। एसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर के निर्देश पर टीम बनाई गई और गुजरात के पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया गया। दोनों राज्यों की पुलिस के संयुक्त प्रयास से मनीष को ढूंढ निकाला गया। पूछताछ के दौरान पूरी सच्चाई सामने आई, जिससे पुलिस भी हैरान रह गई। बाद में दोनों पक्षों में आपसी सहमति बनी और पैसे की वापसी के बाद किसी भी कानूनी कार्रवाई से इनकार कर दिया गया।