J&K: कुपवाड़ा के माछिल सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश नाकाम, सेना ने ढेर किए दो आतंकवादी
punjabkesari.in Saturday, Sep 30, 2023 - 03:12 PM (IST)

नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की नापाक हरकतें बिल्कुल भी थमने का नाम नहीं ले रही है। सीमा पार से भारतीय क्षेत्रों में लगातार घुसपैठ कराने की कोशिश हो रही है। एक ऐसी कोशिश को भारतीय सेना के जवानों ने विफल कर दिया है। जवानों ने जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो आतंकियों को ढेर कर दिया गया है। मारे गए आतंकियों ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर सुरंग बनाकर भारत में घुसने की कोशिश की थी।
Jammu & Kashmir | Acting on a specific tip off, J&K Police and Army's 42 RR laid a cordon in the forest area of Nagbal Forest, Gulshanpora Tral. During searches, two terror hideouts were busted: Indian Army
— ANI (@ANI) September 30, 2023
(Source: Indian Army) pic.twitter.com/kXkRbkp3wV
कुपवाड़ा पुलिस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘कुपवाड़ा पुलिस द्वारा दी गई एक खुफिया जानकारी के आधार पर, माछिल सेक्टर के कुमकाडी इलाके में सेना और पुलिस द्वारा चलाए गए एक संयुक्त अभियान में घुसपैठ के प्रयास में शामिल दो आतंकवादी अभी तक मारे गए हैं।'' पुलिस ने कहा कि अभियान अभी भी जारी है। उसने बताया कि मुठभेड़ स्थल से अब तक दो एके राइफल, चार एके मैगजीन, 90 कारतूस, पाकिस्तान निर्मित एक पिस्तौल, एक थैली और 2,100 रुपये पाकिस्तानी मुद्रा बरामद की गई है।
इससे पहले जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि सीमा पर और भीतरी इलाकों में पाकिस्तान समर्थित राष्ट्र-विरोधी तत्वों के नापाक मंसूबों को विफल करने के लिए सुरक्षा ग्रिड सतर्क और सक्रिय है। सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग शांति चाहते हैं और वे पाकिस्तान के आपराधिक मूर्खतापूर्ण कार्यों को पहचान गए हैं जो युवाओं को अपने ही लोगों के खिलाफ भड़काने की कोशिश कर रहा है।
पुलिस प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का मुख्य स्रोत है। उन्होंने कहा कि पुलिस और अन्य सुरक्षा बल केंद्र शासित प्रदेश से आतंकवाद को बेअसर करने और उखाड़ फेंकने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सिंह ने कहा कि सक्रिय आतंकवादियों की मौजूदगी में कमी आई है और बचे हुए आतंकवादियों को खत्म करने के प्रयास जारी हैं। कोकेरनाग मुठभेड़ पर डीजीपी ने कहा, 'हमें इस पर काम करना होगा कि कैसे बेहतर तरीके से जवाब दिया जाए ताकि सुरक्षाकर्मियों की जान का नुकसान रोका जा सके।'