श्रीलंका अर्थव्यवस्था को मिला भारतीयों का सहारा, 2025 में भारतीय सैलानियों ने तोड़ा रिकार्ड

punjabkesari.in Sunday, Aug 03, 2025 - 05:16 PM (IST)

International Desk: आर्थिक चुनौतियों और संकट के दौर से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा श्रीलंका अब पर्यटन के मोर्चे पर राहत महसूस कर रहा है। जुलाई 2025 में श्रीलंका में कुल 2,00,244 अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक पहुंचे, जिसमें भारतीय पर्यटकों की संख्या सबसे अधिक रही। यह जानकारी श्रीलंका के पर्यटन विकास प्राधिकरण (SLTDA) के ताजा आंकड़ों से सामने आई है। स्थानीय न्यूज पोर्टल अदा डेराना के मुताबिक, जुलाई 2024 की तुलना में इस साल जुलाई में पर्यटकों की संख्या में  6.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी  दर्ज की गई है। आंकड़ों के अनुसार, अकेले भारत से 37,128 पर्यटक  श्रीलंका पहुंचे, जो कुल संख्या का लगभग  18.5%  है। इसके बाद ब्रिटेन दूसरे स्थान पर रहा, जहां से 23,475 पर्यटक श्रीलंका घूमने आए। इसके अलावा नीदरलैंड  से  15,556,  चीन  से  12,982 और फ्रांस  से  11,059  सैलानी आए।

 

7 महीनों में 13 लाख से ज्यादा सैलानी 
पर्यटन विकास प्राधिकरण के अनुसार, जनवरी से जुलाई 2025 के बीच श्रीलंका में कुल 13,68,288 पर्यटक पहुंचे हैं। इसमें भी सबसे बड़ा योगदान भारत का ही रहा है। इस अवधि में  2,79,122 भारतीय पर्यटक  श्रीलंका घूमने आए। वहीं,  रूस  से  1,31,377  और ब्रिटेन से  1,15,470  पर्यटक पहुंचे हैं। कोलंबो के होटल और स्थानीय व्यवसायियों का कहना है कि भारतीय पर्यटकों के आने से श्रीलंका की struggling economy को सहारा मिल रहा है। खासतौर से ऐसे समय में जब श्रीलंका विदेशी मुद्रा संकट से जूझ रहा है और पर्यटन उसका एक बड़ा स्रोत बना हुआ है।
 

पर्यटन पर क्यों निर्भर श्रीलंका 
बीते कुछ वर्षों में श्रीलंका ने कई चुनौतियों का सामना किया है आर्थिक संकट, विदेशी कर्ज, ईंधन की कमी और राजनीतिक अस्थिरता। इन सबके बावजूद श्रीलंका के लिए पर्यटन विदेशी मुद्रा कमाने का प्रमुख जरिया बना हुआ है।भारतीय पर्यटकों के लगातार बढ़ते आगमन को श्रीलंका सरकार और होटल इंडस्ट्री एक सकारात्मक संकेत मान रही है।
 
  


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Content Writer

Tanuja

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