बज रहे सायरन, लगातार हो रहे धमाके, ढह रही इमारतें... ईरान में फंसे भारतीय छात्रों ने बयां की आपबीती
punjabkesari.in Tuesday, Jun 17, 2025 - 07:38 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पिछले पांच दिनों से ईरान में इजरायल के हवाई हमलों का सिलसिला जारी है, जिसने देश में अफरा-तफरी मचा दी है। इस बीच, ईरान में अध्ययनरत भारतीय छात्र खौफ और असमंजस की स्थिति में हैं। तेहरान समेत कई शहरों में लगातार धमाकों और इमारतों के ढहने की आवाजें गूंज रही हैं। छात्र भारत सरकार से तत्काल मदद की मांग कर रहे हैं। भारतीय दूतावास ने कई छात्रों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है, लेकिन स्थिति अभी भी अनिश्चित बनी हुई है।
धमाकों के बीच जी रहे हैं भारतीय छात्र
शहीद बेहेश्ती यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज के एमबीबीएस छात्र काशिफ मुख्तार ने बताया कि “धमाकों के बीच केवल कुछ मिनट की शांति मिलती है, फिर से आवाजें गूंजने लगती हैं। लगातार हो रहे हवाई हमलों ने हमारी ज़िन्दगी को दहशत में डाल दिया है।” तेहरान की स्थिति विशेष रूप से नाजुक बनी हुई है, जहां हवाई हमलों का सिलसिला थम नहीं रहा।
दूतावास की मदद के बावजूद खतरा बना हुआ
भारतीय दूतावास ने छात्रों को तेहरान से निकाल कर कुंभ सिटी जैसे सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है, जहां खाने-पीने और ठहरने की पूरी व्यवस्था है। काशिफ ने कहा, “हमें कुंभ सिटी लाया गया है, लेकिन यह भी पूरी तरह सुरक्षित नहीं है।” ईरान में हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण हवाई मार्ग से देश छोड़ना असंभव है। छात्रों को अज़रबैजान, तुर्कमेनिस्तान या अफगानिस्तान के रास्ते सड़क मार्ग से भारत लौटने की सलाह दी गई है, लेकिन अभी तक इस पर कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं।
शैक्षणिक गतिविधियां ठप
युद्ध के कारण ईरान की कई प्रमुख विश्वविद्यालयों ने परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। कुछ शैक्षणिक गतिविधियां ऑनलाइन शुरू कर दी गई हैं। प्रशासन और सरकार की ओर से सुरक्षा को लेकर सलाह जारी की गई है, लेकिन युद्ध क्षेत्र से छात्रों को निकालने की प्रक्रिया अभी भी अधूरी है।
कुछ छात्रों को सुरक्षित निकाला गया
ईरान के पश्चिमी अज़रबैजान प्रांत में स्थित उर्मिया यूनिवर्सिटी के कुछ छात्रों को अर्मेनिया सीमा के रास्ते सुरक्षित बाहर निकाला गया है। उनकी दिल्ली वापसी की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि, तेहरान और अन्य शहरों में फंसे छात्रों के लिए ऐसी कोई व्यवस्था अभी तक नहीं हो सकी है।
इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या और परिवारों की चिंता
छात्रों ने बताया कि इंटरनेट की खराब स्थिति के कारण वे अपने परिवारों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं, जिससे भारत में उनके परिजन चिंतित हैं। कुल मिलाकर लगभग 10 हजार भारतीय नागरिक ईरान में हैं, जिनमें 1500-2000 छात्र हैं।
छात्रों की भारत सरकार से अपील
काशिफ और अन्य छात्रों ने सरकार से अनुरोध किया है कि उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें भी उर्मिया के छात्रों की तरह सुरक्षित भारत लाया जाए। उन्होंने कहा, “हालांकि कुंभ सिटी में सुरक्षा व्यवस्था है, पूरे देश में खतरा बरकरार है।” बढ़ती नाजुक स्थिति के बीच भारतीय छात्रों की सुरक्षा और वापसी को लेकर चिंताएं गहराती जा रही हैं।