जॉर्जिया में भारतीय रेस्टोरेंट हादसा: 12 भारतीयों की हुई रहस्यमय मौत, पुलिस की जांच जारी
punjabkesari.in Tuesday, Dec 17, 2024 - 10:43 AM (IST)
नेशनल डेस्क। जॉर्जिया के प्रसिद्ध पर्वतीय रिसॉर्ट गुदौरी के एक रेस्तरां में 12 भारतीय नागरिकों की रहस्यमय मौत हो गई है। जॉर्जिया में भारतीय मिशन ने इस घटना की जानकारी दी है। प्रारंभिक जांच के अनुसार इन मौतों के कारणों में कार्बन मोनोऑक्साइड गैस के प्रभाव का संकेत मिल रहा है।
कार्बन मोनोऑक्साइड गैस से हुई मौतें
जॉर्जिया के आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने कहा कि कार्बन मोनोऑक्साइड गैस के कारण सभी मृतकों की मौत हुई है। मंत्रालय के अनुसार मौत की कोई हिंसा या चोट के संकेत नहीं पाए गए हैं। पुलिस की प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक मृतकों में 11 विदेशी नागरिक थे और एक जॉर्जियाई नागरिक था। ये सभी लोग रेस्तरां में कर्मचारी के तौर पर काम कर रहे थे और उनके शव दूसरी मंजिल पर स्थित शयन कक्षों में पाए गए।
भारतीय मिशन ने व्यक्त की संवेदना
त्बिलिसी स्थित भारतीय मिशन ने इस घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। मिशन ने एक बयान में कहा, "हमने जॉर्जिया के गुदौरी में 12 भारतीय नागरिकों की मौत की सूचना प्राप्त की है। हम शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। मिशन स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है और मृतकों के बारे में अधिक जानकारी जुटाने का प्रयास कर रहा है।" मिशन ने यह भी कहा कि मृतकों के परिवारों को हर संभव सहायता दी जाएगी।
पुलिस ने शुरू की जांच
स्थानीय पुलिस ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है और इसे जॉर्जिया की आपराधिक संहिता की धारा 116 के तहत दर्ज किया है जो लापरवाही से मौत से संबंधित है। पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान यह पाया गया कि शयन कक्षों के पास एक बंद स्थान में विद्युत जनरेटर रखा गया था। यह जनरेटर संभवतः शुक्रवार रात को विद्युत आपूर्ति बंद होने के बाद चालू किया गया था। पुलिस ने बताया कि मौत का सटीक कारण जानने के लिए फोरेंसिक जांच भी की जा रही है।
कार्बन मोनोऑक्साइड गैस से मौत का तरीका
कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) गैस एक रंगहीन, गंधहीन और स्वादहीन गैस होती है जो अत्यधिक जहरीली होती है। यह गैस शरीर के लिए बेहद खतरनाक है क्योंकि यह रक्त में ऑक्सीजन के परिवहन को बाधित करती है। CO गैस फेफड़ों के माध्यम से शरीर में प्रवेश करती है और हीमोग्लोबिन के साथ बंध जाती है जिससे कार्बोक्सीहीमोग्लोबिन बनता है। इससे मस्तिष्क और हृदय जैसे ऑक्सीजन-निर्भर अंग सबसे पहले प्रभावित होते हैं। मस्तिष्क में ऑक्सीजन की कमी से चक्कर आना, बेहोशी और अंत में मृत्यु हो सकती है।
बता दें कि यह घटना एक दुखद हादसा है और इसमें मृतकों के परिवारों के लिए अपार दुख की घड़ी है। इस दुर्घटना के कारणों की जांच अभी भी जारी है और जॉर्जिया के अधिकारियों ने इस मामले में पूरी गंभीरता से कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। भारत सरकार ने भी इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है और स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर मृतकों के परिवारों को हर संभव सहायता देने का प्रयास कर रही है।