1972 की जंग में मारे गए पाक मेजर की कब्र को भारतीय सेना ने संवारा, कुछ सीखेगा पड़ोसी?

punjabkesari.in Friday, Oct 16, 2020 - 05:57 PM (IST)

नेशनल डेस्कः जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की तमाम नापाक साजिशों के बावजूद भारतीय सेना ने एक बार फिर इंसानियत और मित्रता की भावना की अनोखी मिसाल पेश की है। भारतीय सेना ने गुरुवार को कश्मीर में बनी एक पाकिस्तानी सैनिक की कब्र की मरम्मत कराई है। भारतीय सेना ने कब्र की मरम्मत कराते हुए कहा है कि कोई भी फौजी चाहे जिस भी देश का हो, उसकी इज्जत जरूर की जानी चाहिए। 

भारतीय सेना ने गुरुवार को बताया कि उसने जम्मू-कश्मीर के नौगाम सेक्टर में मौजूद एक पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी की कब्र की मरम्मत की है। सेना ने कहा गया है कि एक शहीद सैनिक चाहे वो किसी भी देश का हो, मौत के बाद सम्मान का हकदार है। श्रीनगर की चिनार कॉर्प्स ने ठीक किए जा चुके कब्र की कुछ तस्वीरे साझा कीं।

सेना ने जिस कब्र की मरम्मत कराई है, वह पाकिस्तान के मेजर मोहम्मद शबीर खान की है। शबीर थान 05 मई 1972 को नियंत्रण रेखा के पास हुए एक संघर्ष के दौरान मारे गए थे। शबीर खान को इसके बाद भारतीय जमीन पर सुपुर्द-ए-खाक किया गया था। इसे भी भारतीय सेना ने पूरे सम्मान के साथ पूरा कराया था।


चिनार कमान ने कब्र की तस्वीर ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा, ‘सितार-ए-जुर्रत मेजर मोहम्मद शबीर खान की याद में, जिनका इंतकाल पांच मई 1972, हिजरी संवत 1630 में नौ सिख की जवाबी कार्रवाई में हुआ। सेना ने कहा कि शहीद सैनिक चाहे वह किसी भी देश का हो, मौत के बाद सम्मान और आदर का हकदार है और भारतीय सेना इस विश्वास के साथ खड़ी है। यह भारतीय सेना का दुनिया को संदेश है।

पाकिस्तान की नापाक साजिशों के बीच ऐसा जवाब
भारतीय सेना के इन ट्वीट्स में पाकिस्तान के डीजी आईएसपीआर को टैग किया गया है। सेना का यह संदेश उस पड़ोसी को अनुशासन सिखाने के लिए काफी है, जो अक्सर भारतीय फौजियों को नुकसान पहुंचाने के लिए नियंत्रण रेखा पर नापाक साजिशें रचता है। पाकिस्तान ने अतीत में भारतीय सैनिकों के शवों के साथ जिस प्रकार से बर्बरता कर अमानवीयता की घटनाओं को अंजाम दिया है, भारत का यह व्यवहार उसे असली सैन्य भावना सिखाने की मिसाल बन सकता है। 

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Yaspal

Recommended News

Related News