भारत का गेमिंग बाजार अगले 5 वर्ष में 9.2 बिलियन डॉलर तक बढ़ेगा - लुमिकाई रिपोर्ट

punjabkesari.in Tuesday, Nov 12, 2024 - 01:54 PM (IST)

नेशनल डेस्क। भारत का गेमिंग बाजार तेजी से बढ़ रहा है और एक नई रिपोर्ट के अनुसार, यह 2028-29 तक 9.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकता है। यह वृद्धि विज्ञापन राजस्व और इन-ऐप खरीदारी में बढ़ोतरी के कारण होगी। यह अनुमान वेंचर कैपिटल फर्म लुमिकाई की रिपोर्ट में दिया गया है, जिसे सोमवार को जारी किया गया।

2024 में 23% की वृद्धि का अनुमान

लुमिकाई की 'स्टेट ऑफ इंडिया इंटरएक्टिव मीडिया एंड गेमिंग रिपोर्ट' में कहा गया है कि भारत का गेमिंग बाजार वित्त वर्ष 2024 में 23% बढ़कर 3.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगा, जो वित्त वर्ष 2023 में 3.1 बिलियन डॉलर था। इस रिपोर्ट के अनुसार, इन-ऐप खरीदारी और विज्ञापन राजस्व में लगातार वृद्धि के कारण भारतीय गेमिंग बाजार 2028-29 तक 9.2 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है, जो 20% की सालाना वृद्धि दर से बढ़ेगा।

इन-ऐप खरीदारी और विज्ञापन से तेजी से वृद्धि

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इन-ऐप खरीदारी (आईएपी) का राजस्व 41% की वार्षिक वृद्धि के साथ सबसे तेजी से बढ़ने वाला क्षेत्र है। रियल मनी गेमिंग (आरएमजी) प्लेटफार्मों ने भी विश्व कप और आईपीएल जैसे बड़े इवेंट्स के चलते अपनी आय में 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर का इजाफा किया है। हालांकि, इस वृद्धि के बावजूद, आरएमजी में कराधान की चुनौतियों के कारण मार्जिन में कमी आई है और लाभप्रदता पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।

भारत में गेमर्स की संख्या में वृद्धि

वहीं रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 23 मिलियन नए गेमर्स जुड़े हैं और अब भारतीय गेमर्स की कुल संख्या 590 मिलियन तक पहुंच चुकी है। भारत अब मोबाइल गेमिंग डाउनलोड के मामले में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बाजार बन चुका है, जो अमेरिका और ब्राजील से 3.5 गुना बड़ा है। भारत के गेमिंग बाजार में औसत साप्ताहिक गेमिंग समय भी 30% बढ़कर 10 घंटे से 13 घंटे तक पहुंच चुका है।

भुगतान करने वाले गेमर्स की संख्या में भी बढ़ोतरी

रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि प्रति भुगतान करने वाले उपयोगकर्ता का वार्षिक औसत राजस्व (ARPPU) 15% बढ़कर 22 अमेरिकी डॉलर हो गया है। अब 25% उपयोगकर्ता इन-गेम भुगतान करते हैं, जिससे भुगतान करने वाले गेमर्स की संख्या बढ़कर 148 मिलियन हो गई है। इसके अलावा, आरएमजी से जुड़े 60% गेमर्स अब मिड-कोर गेम्स के लिए भी भुगतान करते हैं, जो कि गेमर्स के बढ़ते परिष्कार और गेमिंग के प्रति रुचि को दर्शाता है।


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News Editor

Rahul Rana

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