भारत ने दुश्मन के खिलाफ की ऐसी कार्रवाई कि उड़ गई पाकिस्तान-अमेरिका की नींद, जानिए क्या है पूरा मामला?
punjabkesari.in Monday, May 12, 2025 - 04:16 PM (IST)

नेशनल डेस्क। भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' ने पाकिस्तान को न केवल सैन्य रूप से कमजोर किया बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उसे अलग-थलग कर दिया। भारत के सटीक हवाई हमलों ने जहां आतंकी ठिकानों को मटियामेट किया वहीं पाकिस्तान के सैन्य प्रतिष्ठानों को भी भारी नुकसान पहुंचाया। हालांकि पाकिस्तान की बौखलाहट भी कम नहीं हुई और उसने भारत के सीमावर्ती शहरों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमले किए जिन्हें भारत ने सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया। इस पूरे घटनाक्रम में अमेरिका का हस्तक्षेप और सीजफायर का दावा एक बड़ा मोड़ लेकर आया। अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर अमेरिका को इस मामले में दखल देने की क्या जरूरत पड़ी? इसी बीच पाकिस्तान के आसमान में एक अमेरिकी विमान की मौजूदगी ने कई तरह के कयासों को जन्म दे दिया है जिनका सीधा संबंध पाकिस्तान के परमाणु ठिकानों से जोड़ा जा रहा है।
नूर खान एयरबेस पर ब्रह्मोस का घात
भारत ने 10 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान के भीतर कई एयरबेस पर हवाई हमले किए थे। इनमें रावलपिंडी स्थित नूर खान एयरबेस भी शामिल था जो सैन्य मुख्यालय के बेहद करीब है। सूत्रों के अनुसार भारत ने इस महत्वपूर्ण एयरबेस पर ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल से हमला किया था जिससे कथित तौर पर पाकिस्तान की परमाणु हथियार भंडारण सुविधा को नुकसान पहुंचा है। इस खुलासे के बाद से ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता की लहर दौड़ गई है।
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अमेरिकी विमान की संदिग्ध उड़ान, परमाणु ठिकानों पर नजर
इसी बीच पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में एक अमेरिकी विमान (जिसकी पहचान N111SZ के तौर पर हुई है) की संदिग्ध गतिविधि देखी गई है। यह विमान अमेरिकी ऊर्जा विभाग का बताया जा रहा है जो परमाणु सुरक्षा और अप्रसार के मामलों को देखता है। इस विमान की अचानक और रहस्यमय उड़ान ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या अमेरिका भारत के हमलों के बाद पाकिस्तान के परमाणु ठिकानों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है? क्या यह विमान किसी संभावित विकिरण रिसाव का आकलन करने के लिए भेजा गया है?
जानकारों का मानना है कि नूर खान एयरबेस पर ब्रह्मोस मिसाइल से हमला पाकिस्तान के परमाणु कमान और नियंत्रण ढांचे को कमजोर करने की भारत की रणनीति का हिस्सा हो सकता है। इस एयरबेस की इस्लामाबाद से निकटता और इसकी रणनीतिक भूमिका इसे एक महत्वपूर्ण लक्ष्य बनाती है। अमेरिकी विमान की मौजूदगी इस आशंका को और बढ़ा देती है कि कहीं भारत के हमले से पाकिस्तान के परमाणु हथियार असुरक्षित तो नहीं हो गए हैं।
हालांकि अभी तक इन दावों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन जिस तरह से अमेरिका ने इस पूरे मामले में हस्तक्षेप किया है और अब उसके विमान की पाकिस्तान में मौजूदगी देखी जा रही है उससे यह साफ है कि 'ऑपरेशन सिंदूर' ने न केवल क्षेत्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भू-राजनीतिक समीकरणों को बदल कर रख दिया है। दुनिया की नजर अब इस बात पर टिकी है कि इस संवेदनशील स्थिति का आगे क्या रुख होता है।