भारत में एक ऐसी गुफा जहा छिपा है बेशकीमती खजाना

punjabkesari.in Friday, Feb 05, 2016 - 08:42 PM (IST)

नई दिल्ली: भारत में कई ऐसी जगह थी जहा सदियों पहले राजा-महाराजाओं ने राज किया था। सदिया बीत गई लोगों का रहन सहन, जगह आदि सब कुछ बदल गया, लेकिन आज भी कई जगहे ऐसी है जहा बेशकीमती खजाना छिपा है। ऐसी ही एक जगह बिहार के नालंदा में स्थित एक छोटा सा शहर राजगीर में है।

 
राजगीर शहर प्राचीन समय मे मगध कि राजधानी था, यही पर भगवान बुद्ध ने मगध के सम्राट बिम्बिसार को धर्मोपदेश दिया था। यहां स्थित है सोन भंड़ार गुफा। जिसके बारे मे कहा जाता है कि इसमें बेशकीमती खजाना छुपा है, जिसे आज तक कोई नहीं खोज पाया है। यह खजाना मोर्ये शासक बिम्बिसार का है, हालांकि कुछ लोग इसे पूर्व मगध सम्राट जरासंघ का भी बताते है। गुफा मे प्रवेश करते ही 10.4 मीटर लम्बा, 5.2 मीटर चौड़ा और 1.5 मीटर ऊंचा एक कक्ष बना है। ये कक्ष खजाने की रक्षा करने वाले सैनिकों के लिए था। इसी कमरे की पिछली दीवार से खजाने तक पहुंचने का रास्ता जाता है।
 
इस रास्ते का प्रवेश द्वार पत्थर कि एक बहुत बडी चट्टान नुमा दरवाजे से बंद किया हुआ है। इस दरवाजे को आज तक कोई भी नहीं खोल पाया है। एक बार अंग्रेजों ने इस चट्टान को तोडऩे के लिए तोप का भी इस्तेमाल किया था लेकिन अंग्रेजों की यह कोशिश बिलकुल नाकाम रही थी। तोप के गोले का निशान आज भी चट्टान पर मौजूद है। 
 
गुफा की एक दीवार पर शंख लिपि मे कुछ लिखा है जो कि आज तक पढ़ा नही जा सका है। कहा जाता है की इसमें ही इस दरवाजे को खोलने का मंत्र लिखा है। इस सोन भंड़ार गुफा के पास ऐसी ही एक और गुफा है जो कि आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। इसका सामने का हिस्सा गिर चुका है। इस गुफा की दक्षिणी दीवार पर 6 जैन तीर्थकरों की मूर्तियां उकेरी गई है। यह गुफाए कुछ समय के लिए वैष्णव सम्प्रदाय के अधीन भी रही थी क्योकि इन गुफाओं के बाहर एक विष्णु जी की प्रतिमा मिली थी। जो अब नालंदा म्यूजियम मे रखी है। 

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