India-Pakistan cricket future: "मैं हिंदुस्तान आना चाहता हूं..." नवाज शरीफ का बड़ा बयान, बोले "आपने मेरे दिल की बात कह दी"
punjabkesari.in Friday, Oct 18, 2024 - 09:36 AM (IST)
नेशनल डेस्क: भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट संबंध हमेशा से जटिल और संवेदनशील रहे हैं। हाल ही में, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इस मुद्दे पर एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जिसने क्रिकेट प्रेमियों के बीच नई उम्मीद जगाई है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर जब पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट में भाग लेने पहुंचे, तब शरीफ ने कहा कि वह भारत आना चाहते हैं, अगर दोनों टीमें किसी बड़े टूर्नामेंट के फाइनल में खेलती हैं।
नवाज शरीफ का बयान
नवाज शरीफ ने इस बात पर जोर दिया कि क्रिकेट संबंधों को फिर से स्थापित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, "एक-दूसरे के देशों में टीमें न भेजने से हमें क्या फायदा होगा?" यह सवाल उन्होंने तब किया जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत को 2025 में पाकिस्तान में होने वाली ICC Champions Trophy में भाग लेना चाहिए। उन्होंने इस पर आगे कहा, "आपने मेरे दिल की बात कह दी है," जिससे यह साफ है कि वह क्रिकेट के माध्यम से द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना चाहते हैं।
Departing from Islamabad. Thank PM @CMShehbaz, DPM & FM @MIshaqDar50 and the Government of Pakistan for the hospitality and courtesies. pic.twitter.com/wftT91yrKj
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) October 16, 2024
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट का इतिहास
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट का इतिहास काफी पुराना और महत्वपूर्ण रहा है। दोनों देशों की क्रिकेट टीमें जब भी मैदान में उतरती हैं, वह मैच हमेशा विशेष होता है। हालांकि, पिछले कई वर्षों में, दोनों देशों के बीच राजनीतिक तनाव के कारण क्रिकेट संबंधों में खटास आई है। भारतीय टीम ने आखिरी बार पाकिस्तान में 2007 में टेस्ट सीरीज खेली थी, जबकि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय श्रृंखला 2012-13 में हुई थी, जब पाकिस्तान ने भारत का दौरा किया था।
ICC Champions Trophy 2025
अब 2025 में ICC Champions Trophy पाकिस्तान में होने वाली है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इस मामले में स्पष्ट किया है कि भारत की भागीदारी सरकार की अनुमति पर निर्भर करेगी। बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा है, "हम वही करेंगे जो भारत सरकार हमें करने के लिए कहेगी। हम अपनी टीम तभी भेजेंगे जब भारत सरकार अनुमति देगी।"
हाइब्रिड मॉडल का विकल्प
भारत ने हाल ही में एशिया कप के दौरान 'हाइब्रिड मॉडल' का प्रयोग किया, जिसमें भारत ने अपने सभी मैच श्रीलंका में खेले। ऐसे में, अगर भारतीय टीम को चैंपियंस ट्रॉफी में शामिल होना है, तो एक बार फिर हाइब्रिड मॉडल का विकल्प सामने आ सकता है। इसके तहत, भारत अपने मैच यूएई या श्रीलंका में खेल सकता है, जबकि पाकिस्तान में अन्य मुकाबले आयोजित किए जा सकते हैं।
राजनीतिक और व्यापारिक संबंधों का महत्व
शरीफ ने इस बात पर भी जोर दिया कि क्रिकेट के साथ-साथ दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों की बहाली भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि खेल के माध्यम से हम आपसी समझ और सहयोग को बढ़ा सकते हैं। इससे न केवल क्रिकेट, बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी रिश्ते मजबूत हो सकते हैं।
भविष्य की संभावनाएँ
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों की बहाली की दिशा में नवाज शरीफ का बयान एक सकारात्मक संकेत हो सकता है। अगर दोनों देशों की सरकारें और क्रिकेट बोर्ड इस दिशा में काम करते हैं, तो आने वाले समय में द्विपक्षीय क्रिकेट को पुनर्जीवित किया जा सकता है। हालांकि, क्रिकेट प्रेमियों के बीच उत्साह है, लेकिन इस मामले में अंतिम निर्णय भारत सरकार के हाथ में है। भविष्य में, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या भारत अपनी टीम को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान भेजने का निर्णय लेता है या नहीं। अगर ऐसा होता है, तो यह न केवल क्रिकेट, बल्कि दोनों देशों के संबंधों के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।