भारत ने दिया चीन को एक और झटका, तेल कंपनियों ने बंद की चीनी टैंकरों की बुकिंग

punjabkesari.in Thursday, Aug 13, 2020 - 06:35 PM (IST)

नई दिल्लीः सीमा पर लगातार भारत और चीन के बीच तनाव जारी है। चीन ने पेंगोग त्सो लेक में हजारों सैनिक तैनात कर दिए हैं। वहीं, भारत ने भी चीन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सैना की तैनाती बढ़ा दी है। लेकिन केंद्र सरकार चीन के साथ सीमा के अलावा आर्थिक मोर्चे पर भी लगातार बीजिंग को झटका दे रही है। पहले 104 ऐप्स पर बैन और कई टेंडर रद्द कर चीन को बड़े झटके दिए हैं। वहीं अब  सरकार संचालित तेल कंपनियों ने चीनी कंपनियों द्वारा संचालित या उनके मालिकाना हक वाले तेल टैंकरों की बुकिंग को बंद करने का फैसला लिया है। भले ही जहाज किसी तीसरे देश में पंजीकृत हो।
PunjabKesari
यह निर्णय चीन के साथ व्यापारिक गतिविधियों को रोकने के लिए पिछले महीने जारी निर्देशों के तहत आया है। बता दें कि भारत और चीन के बीच लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सीमा तनाव तो चल ही रहा है, दोनों देशों के व्यापार संबंधों में भी खासा तनाव आया है। 
PunjabKesari
बता दें कि तेल कंपनियों के पास पहले से ही अपनी वैश्विक निविदाओं में भारतीय जहाजों के पक्ष में फर्स्ट राइट ऑफ रिफ्यूजल (मना करने का पहला अधिकार) का खंड है। इसके तहत अगर भारतीय टैंकर विदेशी जहाजों की विजयी बोली से समानता रखते हों तो उन्हें कॉन्ट्रैक्ट दिया जा सकता है। भारत सरकार के इस ताजा फैसले से हर वह जहाज कारोबार के मामले में दायरे से बाहर हो जाएगा, जिसका चीन के साथ कोई भी संबंध होगा। 
PunjabKesari
हालांकि, इस फैसले से तेल कंपनियों के व्यापार पर कोई बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि ऐसे जहाजों में चीनी जहाजों की संख्या बहुत कम है। बता दें कि पिछले महीने भारत सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने चीन के 59 मोबाइल एप्स प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद सरकार ने एक और आदेश जारी करते हुए 47 ऐप और प्रतिबंधित कर दिए थे, जो पहले के 59 ऐप्स के ही लाइट वर्जन थे। इस सूची में टिकटॉक, हेलो और शेयरइट जैसे  लोकप्रिय ऐप शामिल थे। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Yaspal

Recommended News

Related News