Independence Day 2025: जब पूरा देश सोता है, भारत का ये शहर आधी रात को फहराता है तिरंगा!
punjabkesari.in Sunday, Aug 10, 2025 - 03:53 PM (IST)

नई दिल्ली: पूरा भारत जब 15 अगस्त की सुबह तिरंगा फहराकर आज़ादी का जश्न मनाता है, वहीं बिहार का एक शहर ऐसा भी है जो इस उत्सव को एक रात पहले ही, यानी 14 अगस्त की आधी रात को मना लेता है। ये परंपरा आज भी उतनी ही जीवंत है, जितनी 1947 में आज़ादी के पहले क्षणों में थी।
पूर्णिया: देश का वो शहर जो इतिहास से एक कदम आगे चला
बिहार का पूर्णिया जिला हर साल देश का ध्यान उस वक्त खींचता है, जब यहां 14 अगस्त की रात 12 बजकर 1 मिनट पर तिरंगा फहराया जाता है। ये परंपरा कोई हालिया नहीं, बल्कि आजादी की रात से ही चली आ रही है। कहा जाता है कि स्वतंत्रता सेनानी रामेश्वर प्रसाद सिंह, जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ी थी, ने 14 अगस्त 1947 की आधी रात को, देश में आज़ादी की घोषणा होते ही अपने साथियों के साथ तिरंगा फहराया था।
जब रेडियो से गूंजी आज़ादी की आवाज़, और फहराया गया तिरंगा
14 अगस्त 1947 की रात जैसे ही रेडियो पर देश की आज़ादी का ऐलान हुआ, रामेश्वर सिंह ने अपने दो साथियों – रामरतन साह और शमशुल हक के साथ मिलकर पूर्णिया के झंडा चौक पर तिरंगा फहराया और मिठाइयाँ बाँटकर आज़ादी का स्वागत किया। ये ऐतिहासिक क्षण अब सिर्फ किस्सा नहीं रहा – बल्कि पूर्णिया में हर साल इसे जीवंत रखा जाता है। रामेश्वर सिंह के परिवार और स्थानीय लोग आज भी इस परंपरा को निभाते हैं, और 14 अगस्त की रात झंडा चौक पर एकत्र होकर झंडारोहण करते हैं।
वाघा बॉर्डर के बाद यहां सबसे पहले फहरता है तिरंगा
स्थानीय मान्यता है कि वाघा बॉर्डर के बाद पूर्णिया देश का दूसरा स्थान है जहां सबसे पहले तिरंगा फहराया जाता है – वो भी तब, जब बाकी देश सो रहा होता है। इस ऐतिहासिक विरासत को संजोकर रखने वाले पूर्णिया के नागरिक इसे गौरव और स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानी की निशानी मानते हैं।
इस साल कौन-सा स्वतंत्रता दिवस है?
2025 में भारत 78 साल पहले, यानी 15 अगस्त 1947 को आज़ाद हुआ था। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि पहला स्वतंत्रता दिवस उसी दिन, यानी 1947 में ही मना लिया गया था। इसलिए गिनती 0 से नहीं, बल्कि 1 से शुरू होती है। इसी आधार पर 2025 में भारत अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है — न कि 78वां, जैसा कई लोग सामान्य गणना से मान लेते हैं।