भारत कजाकिस्तान को विनाशकारी बाढ़ से निपटने में कर सकता है मदद

punjabkesari.in Tuesday, May 28, 2024 - 01:49 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क. 117,000 से अधिक लोगों को निकाले जाने और दस लाख से अधिक लोगों के विस्थापन का सामना करने की संभावना के साथ स्थिति एक समन्वित अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया की मांग करती है। इस महत्वपूर्ण समय में मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) के प्रति भारत की प्रतिबद्धता इसे कजाकिस्तान बाढ़ राहत प्रयासों का समर्थन करने के लिए एक स्वाभाविक नेता के रूप में स्थापित करती है। भारत दर्शन का "वसुधैव कुटुंबकम"- दुनिया एक परिवार है - ने लंबे समय से वैश्विक संकटों के प्रति अपने दृष्टिकोण का मार्गदर्शन किया है। यह प्राचीन ज्ञान कजाकिस्तान में आई बाढ़ के मद्देनजर गहराई से प्रतिध्वनित होता है जहां हमारे ग्रह की साझा कमजोरियां सामूहिक और दयालु प्रतिक्रिया की मांग करती हैं। वैश्विक मंच पर एक उभरती हुई शक्ति के रूप में भारत ने पीड़ा को कम करने और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखाते हुए मदद के लिए हाथ बढ़ाने की इच्छा लगातार प्रदर्शित की है।

भारत की त्वरित प्रतिक्रिया क्षमताएं भारत की प्रमुख शक्तियों में से एक आपात स्थिति के दौरान संसाधनों और कर्मियों को तेजी से जुटाने की क्षमता में निहित है। इस साल की शुरुआत में तुर्किये में आए विनाशकारी भूकंप के बाद ऑपरेशन दोस्त इंडिया के व्यापक राहत अभियान में इसका उदाहरण दिया गया था। खोज और बचाव दल के चिकित्सा कर्मियों और आवश्यक आपूर्ति की त्वरित तैनाती ने समय पर और कुशल प्रतिक्रिया के लिए भारत की व्यापक प्रशंसा अर्जित की। इस अनुभव से लाभ उठाते हुए भारत कजाकिस्तान को समान सहायता प्रदान करने के लिए अच्छी स्थिति में है। आपदा प्रबंधन में अपनी विशेषज्ञता और एचएडीआर संचालन में एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड के साथ भारत चिकित्सा सहायता प्रदान करने और प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक आपूर्ति पहुंचाने के लिए खोज और बचाव प्रयासों का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। तेजी से संसाधन जुटाने की इसकी क्षमता बाढ़ के तत्काल प्रभाव को कम करने और जीवन बचाने में अमूल्य साबित हो सकती है।

सहयोगात्मक क्षमता निर्माण जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक आपदाओं की बढ़ती आवृत्ति से उत्पन्न दीर्घकालिक चुनौतियों को पहचानते हुए भारत ने सक्रिय रूप से सहयोगात्मक क्षमता-निर्माण पहल की है। भागीदार देशों को शामिल करने वाला वार्षिक संयुक्त एचएडीआर अभ्यास (एजेएचई) क्षेत्रीय तैयारियों और प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाने के लिए भारत की प्रतिबद्धता का एक प्रमुख उदाहरण है। कजाकिस्तान में बाढ़ के संदर्भ में भारत कजाकिस्तान के आपदा प्रबंधन कर्मियों के लिए प्रशिक्षण और ज्ञान-साझाकरण के अवसर प्रदान करने के लिए अपनी विशेषज्ञता का लाभ उठा सकता है। संयुक्त अभ्यास और कार्यशालाएं बाढ़ प्रतिक्रिया रणनीतियों, प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियों और आपातकालीन योजना पर ध्यान केंद्रित कर सकती हैं, जिससे भविष्य की आपदाओं के खिलाफ कजाकिस्तान की लचीलापन मजबूत होगी।

इसके अलावा भारत की वैज्ञानिक और तकनीकी क्षमता बाढ़ शमन प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है। भारतीय और कजाकिस्तान अनुसंधान संस्थानों के बीच सहयोग से उन्नत बाढ़ पूर्वानुमान मॉडल, जोखिम मूल्यांकन उपकरण और बाढ़ की रोकथाम और प्रबंधन के लिए नवीन समाधानों के विकास में मदद मिल सकती है। बहुपक्षीय सहयोग को मजबूत करना वैश्विक सहयोग के प्रति भारत की प्रतिबद्धता का उदाहरण बहुपक्षीय संगठनों और पहलों में इसकी सक्रिय भागीदारी है। संयुक्त राष्ट्र, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) जैसे संगठनों के साथ अपनी साझेदारी का लाभ उठाकर भारत कजाकिस्तान में बाढ़ राहत प्रयासों के समन्वय और प्रभावशीलता को बढ़ा सकता है।

कजाकिस्तान में हाल की बाढ़ भारत के लिए मानवीय सहायता और आपदा राहत के क्षेत्र में अपने नेतृत्व को मजबूत करने का अवसर प्रस्तुत करता है। अपनी क्षमताओं का लाभ उठाकर सहयोगात्मक प्रयासों को बढ़ावा देकर और दीर्घकालिक चुनौतियों का समाधान करके भारत बाढ़ से प्रभावित लोगों के जीवन में एक ठोस बदलाव ला सकता है। यह न केवल भारत के दार्शनिक सिद्धांतों के अनुरूप है बल्कि एक जिम्मेदार और दयालु वैश्विक अभिनेता के रूप में इसकी स्थिति को भी मजबूत करता है। चूँकि दुनिया जलवायु परिवर्तन के बढ़ते प्रभावों से जूझ रही है। मानवीय कारणों के प्रति भारत का समर्पण और आपदा प्रबंधन के प्रति उसका सक्रिय दृष्टिकोण निस्संदेह अन्य देशों को वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए एकजुट होने के लिए प्रेरित करेगा। कजाकिस्तान की ओर मदद का हाथ बढ़ाकर भारत एक बार फिर वैश्विक समुदाय की भलाई के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता का प्रदर्शन करेगा और अंतरराष्ट्रीय एकजुटता और करुणा के सच्चे चैंपियन के रूप में अपनी स्थिति मजबूत करेगा।


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Content Editor

Parminder Kaur

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