लॉकडाउन इफेक्ट: देश के 100 शहरों में घर बैठे लोग सर्च कर रहे हैं चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़ी सामग्री

punjabkesari.in Tuesday, Apr 14, 2020 - 08:35 PM (IST)

नई दिल्ली। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया है। वहीँ लॉकडाउन में लोग परेशान न हों इसको देखते हुए सरकार द्वारा कई पुराने धरावाहिक फिर से टीवी पर शुरू किए गये हैं। लेकिन इसके इतर एक रिपोर्ट के अनुसार यह भी सामने आया है कि लॉकडाउन के दौरान घर पर बैठे लोग चाइल्ड पोर्नोग्राफी देख रहे हैं।

रिपोर्ट में हुआ खुलासा
इस बार में सामने आई एक रिपोर्ट के अनुसार, इंटरनेट पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी की मांग अचानक 100% तक बढ़ गई है। सोमवार को जारी इंडिया चाइल्ड प्रोटेक्शन फंड (ICPF) ने इसका खुलासा किया है।
आईसीपीएफ की माने तो इंटरनेट पर सर्चिंग करते लोग और उनकी जानकारी रखने वाली कई  वेबसाइट्स ये बताती हैं कि लॉकडाउन के दौरान इंटरनेट पर अचनाक चाइल्ड पोर्न, सेक्सी चाइल्ड और टीन सेक्स वीडियोज को सबसे ज्यादा सर्च किया गया है।

इतना ही नहीं आईसीपीएफ बताती है कि दुनिया में पोर्नोग्राफी परोसने वाली एक सबसे बड़ी वेबसाइट का डेटा ये दर्शाता है कि कोरोना महामारी देश में आने से पहले की अपेक्षा 24 मार्च से 26 मार्च के बीच भारत में पोर्नोग्राफी को सर्च करने वाले ट्रैफिक में 95% इजाफा हुआ है।

इन शहरों में बढ़े हैं आंकड़े
-आईसीपीएफ के अनुसार, चेन्‍नई और भुवनेश्‍वर में सबसे ज्यादा जेनेरिक चाइल्‍ड पॉर्नोग्राफी की मांग बढ़ी है।
-इसके बाद, कोलकाता, सिलीगुड़ी, हावड़ा, चंडीगढ़, गुवाहाटी, इंदौर, भुवनेश्‍वर और चेन्‍नई में चाइल्ड पॉर्नोग्राफी से जुड़े खास कंटेंट जैसे-उम्र समूह, लोकेशन व अन्‍य टॉपिक सर्च किए गये हैं।

-उत्‍तर भारत में नई दिल्ली, लुधियाना, रायपुरा, लखनऊ, चंडीगढ़, आगरा और शिमला में ट्रेंडिंग टॉपिक्स के अनुसार मांग दर्ज की गई है।

- जबकि मध्य भारत में रायपुर, रांची और इंदौर, पश्चिम भारत में मुंबई, ठाणे, पुणे और अहमदाबाद में पोर्नोग्राफी की मांग बढ़ी है।

-वहीँ, पूर्वी भारत में इंफाल, गुवाहाटी, कोलकाता, हावड़ा, शिलांग और दक्षिणी भारत में कोच्चि, बेंगलुरु और तिरुवनंतपुरम में डिमांड बढ़ी है।

बढ़ेंगे यौन उत्पीड़न के मामले
वहीँ, इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद इस बात का अंदेशा जताया जा रहा है कि इस तरह की बढ़ती डिमांड लोगों ने बच्चों के प्रति यौनाचार, दुष्कर्म, बच्चों से सेक्स आदि जैसी छुपी इच्छाओं को बढ़ा देगी। जिससे आने वाले समय में बच्चों के प्रति अपराध बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। इस तरह की आशंकाओं को देखते हुए आईसीपीएफ ने कहा है कि अगर इन लाखों लोगों की इच्छाओं पर अगर विराम नहीं लगाया गया तो बच्चों के खिलाफ यौन अपराध काफी बढ़ जायेंगे।

इन शहरों को शामिल किया गया
आईसीपीएफ ने बताया कि उसकी रिपोर्ट ‘भारत में बाल यौन उत्पीड़न सामग्री’ में दिल्ली, चेन्नई, मुंबई, कोलकाता, भुवनेश्वर और इंदौर जैसे भारत के 100 शहरों को शामिल किया गया। वहीँ आईसीपीएफ ने यह भी बताया कि 2019 दिसम्बर में पब्लिक वेबसाइट पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी की मांग इन 100 शहरों में हर महीने एक औसत के हिसाब से 50 लाख थी, जो अब बढ़ गई है।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Chandan

Recommended News

Related News