CJI गवई ने कॉलेजियम सिस्टम को बताया कारगर, कहा- सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट दोनों संवैधानिक न्यायालय

punjabkesari.in Friday, Aug 15, 2025 - 06:29 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश आज 79वां स्वतंत्रता दिवस पूरे हर्षोल्लास के साथ मना रहा है। इस अवसर पर देशभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। राजधानी दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तिरंगा फहराया, वहीं सुप्रीम कोर्ट परिसर में भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) भूषण रामकृष्ण गवई ने ध्वजारोहण किया। स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में CJI गवई ने कॉलेजियम सिस्टम का एक बार फिर समर्थन करते हुए कहा कि देशभर में कई वकील बेहतरीन कार्य कर रहे हैं और उनकी सेवाओं का उपयोग विभिन्न उच्च न्यायालयों में किया जाना चाहिए।

वकीलों के काम को मिल रही मान्यता
सीजेआई ने कहा, "हम जानते हैं कि विभिन्न राज्यों से आने वाले वकील बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। मैंने अपने वरिष्ठ सहयोगियों के साथ मिलकर सुप्रीम कोर्ट में यहां के कुछ वकीलों को उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों के रूप में नियुक्त कराने में सफलता प्राप्त की है। हम कुछ और नामों की सिफारिश करने की प्रक्रिया में भी हैं।"

सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट – दोनों संवैधानिक न्यायालय
मुख्य न्यायाधीश ने कॉलेजियम सिस्टम को लेकर स्पष्ट किया कि सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट दोनों ही संवैधानिक न्यायालय हैं, और उनमें से कोई भी एक-दूसरे से उच्च या निम्न नहीं है। उन्होंने कहा, "सुप्रीम कोर्ट केवल उच्च न्यायालय के कॉलेजियम को नामों की सिफारिश करता है। हम उन्हें निर्देश नहीं दे सकते, बल्कि उनसे केवल विचार करने का अनुरोध किया जा सकता है। यदि वे उन नामों को स्वीकृति देते हैं, तभी प्रक्रिया आगे बढ़ती है।"

कॉलेजियम प्रक्रिया में बातचीत उपयोगी साबित हुई
CJI गवई ने बताया कि न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने अपने कार्यकाल के दौरान कॉलेजियम प्रणाली में उम्मीदवारों के साथ सीधे बातचीत की प्रक्रिया शुरू की थी, जो न्यायाधीशों के चयन में काफी उपयोगी साबित हो रही है। इस अवसर पर सुप्रीम कोर्ट के कई न्यायाधीश, वरिष्ठ अधिवक्ता, कोर्ट स्टाफ और कर्मचारी मौजूद रहे। समारोह में देशभक्ति गीतों के साथ झंडारोहण और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया।


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Content Editor

Shubham Anand

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