'आसन्न हार को देखते हुए हताश कांग्रेस बना रही बहाने', खातों को फ्रीज करने के आरोपों पर बोली बीजेपी
punjabkesari.in Thursday, Mar 21, 2024 - 02:52 PM (IST)
नेशनल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बैंक खातों को 'फ्रीज' करने के कांग्रेस के आरोपों को बृहस्पतिवार को खारिज कर दिया और दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में आसन्न हार को देखते हुए वह पूरी तरह से हताशा में बहाने बना रही है। भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर इस मुद्दे पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और सोनिया गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि दोनों ने अपनी गैरजिम्मेदाराना टिप्पणियों से वैश्विक स्तर पर भारतीय लोकतंत्र को शर्मसार किया है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस ने समय पर आयकर रिटर्न दाखिल नहीं किया, जिसके कारण उसके खाते फ्रीज (लेनदेन पर रोक) किए गए। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर इस मुद्दे पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी को कोई न्यायिक राहत नहीं मिली और अब कांग्रेस उच्चतम न्यायालय गई है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर उच्च न्यायालय ने कांग्रेस की खिंचाई भी की थी। प्रसाद ने कहा, ‘‘हम कांग्रेस को शुभकामनाएं देते हैं और पार्टी को हमारी सलाह है कि जितना अधिक आप राहुल गांधी को बोलने देंगे, उतना ही अधिक अपना आधार खो देंगे।'' उन्होंने कहा कि अगर लोग कांग्रेस को वोट नहीं देना चाहते तो भाजपा कुछ नहीं कर सकती।
#WATCH | Delhi: At the BJP Press Conference, BJP MP Ravi Shankar Prasad says, "If we summarise the press conference of Mallikarjun Kharge, Sonia Gandhi and Rahul Gandhi, we can say that in the utter desperation of defeat, the Congress party has created an alibi today." pic.twitter.com/JXzUrbZE0e
— ANI (@ANI) March 21, 2024
इससे पहले, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सहित प्रमुख विपक्षी दल के नेताओं ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में चुनाव से पहले पार्टी के बैंक खातों को 'फ्रीज' किए जाने का दावा करते हुए आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कांग्रेस को आर्थिक रूप से पंगु बनाने का सुनियोजित प्रयास किया जा रहा है।
खरगे ने कहा कि लोकतंत्र के लिए चुनाव अनिवार्य होता है, साथ ही यह भी आवश्यक है कि सभी राजनीतिक दलों के लिए समान अवसर वाली स्थिति हों। उन्होंने कहा, ‘‘ये नहीं कि जो सत्ता में हैं, संसाधनों पर उनका एकाधिकार हो और देश की संस्थाओं पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उनका नियंत्रण हो।''