Chennai: मां को दिए गए उपचार से संतुष्ट नहीं था बेटा, अस्पताल पहुंचकर डॉक्टर का चाकू से गोदा... हालत गंभीर

punjabkesari.in Wednesday, Nov 13, 2024 - 02:35 PM (IST)

नेशनल डेस्क: चेन्नई के कलैगनार सेंटेनरी अस्पताल में बुधवार को एक युवक ने ड्यूटी डॉक्टर पर चाकू से हमला कर दिया। डॉक्टर को उसी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत गंभीर है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अस्पताल के कर्मचारियों ने हमलावर को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। घटना के बाद अस्पताल और उसके आसपास का इलाका तनावग्रस्त है।

पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार किया 
पीड़ित डॉ. बालाजी, जो एक वरिष्ठ ऑन्कोलॉजिस्ट हैं, पर कलैगनार सेंटेनरी गवर्नमेंट मल्टी-स्पेशलिटी हॉस्पिटल में सुबह करीब 10:30 बजे हमला किया गया। उनके गले, सिर और ऊपरी छाती पर कई वार किए गए और उन्हें गंभीर हालत में गहन चिकित्सा इकाई में ले जाया गया। पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया, जिसकी पहचान पेरुंगलथुर निवासी 25 वर्षीय विग्नेश्वरन के रूप में हुई है। 

पुलिस सूत्रों ने बताया कि हमले के पीछे का वास्तविक मकसद अभी भी स्पष्ट नहीं है, लेकिन अस्पताल के एक कर्मचारी ने नाम न बताने की शर्त पर आईएएनएस को बताया कि युवक ने अस्पताल में अपनी मां को दिए गए उपचार से असंतुष्टि जाहिर करने के बाद यह कदम उठाया। पुलिस ने बताया कि आरोपी से गहन पूछताछ के बाद अधिक जानकारी मिल सकेगी। इस घटना के बाद, तमिलनाडु में डॉक्टरों की यूनियनें अचानक हड़ताल की योजना बना रही हैं। घटना के बारे में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।

मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश 
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा, "यह चौंकाने वाली घटना है, जिसमें किंदी कल्याण शताब्दी अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर श्री बालाजी को मरीज के परिवार के सदस्य ने चाकू मार दिया।" उन्होंने कहा, "इस अत्याचार में शामिल व्यक्ति को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। डॉक्टर श्री बालाजी को उन्हें सभी आवश्यक उपचार देने और घटना की विस्तृत जांच करने का आदेश दिया है।" मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सरकार का 'निस्वार्थ' कार्य "अतुलनीय" है और उन्हें सभी सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सभी कदम उठाएगी।
 

इस घटना की पूरे देश में डॉक्टरों द्वारा व्यापक निंदा की जानी निश्चित है, विशेषकर इसलिए क्योंकि यह घटना अगस्त में कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना के बाद हुई है, जिसके विरोध में चिकित्सा जगत ने पूरे देश में विरोध प्रदर्शन किया था। पश्चिम बंगाल और भारत के अन्य हिस्सों में हजारों आम लोगों के साथ जूनियर डॉक्टरों ने इस जघन्य घटना के विरोध में कई रैलियां निकालीं और पीड़िता के लिए त्वरित न्याय और ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग की।

इस मुद्दे पर पूरे भारत में व्यापक हड़ताल को देखते हुए भारत के सर्वोच्च न्यायालय को हस्तक्षेप करना पड़ा और डॉक्टरों से काम पर लौटने को कहना पड़ा। मरीजों के रिश्तेदारों द्वारा उन पर लगातार किए जाने वाले हमलों के कारण डॉक्टर असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और चिकित्सा बिरादरी के लिए बेहतर सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

rajesh kumar

Related News