Kidney Damage: हाथ-पैर में दिखें ये संकेत तो...इन लक्षणों को बिल्कुल न करें नजरअंदाज

punjabkesari.in Monday, Dec 29, 2025 - 01:30 PM (IST)

नेशनल डेस्क: किडनी हमारे शरीर के सबसे अहम अंगों में से एक है। यह खून को साफ करने और उसमें मौजूद अपशिष्ट पदार्थों को यूरिन के जरिए बाहर निकालने का काम करती है। इसके अलावा किडनी शरीर में पानी, नमक और मिनरल्स जैसे कैल्शियम और पोटेशियम का संतुलन बनाए रखती है। किडनी कुछ ऐसे हार्मोन भी बनाती है जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और शरीर में खून बनाने में मदद करते हैं। अगर किडनी ठीक से काम न करे, तो शरीर में जहर जमा होने लगता है और विभिन्न अंग प्रभावित हो सकते हैं। शुरुआती तौर पर किडनी खराब होने के संकेत अक्सर हाथ-पैर में दिखाई देते हैं। आइए जानते हैं उन मुख्य संकेतों के बारे में।

पैरों और टखनों में सूजन
किडनी खराब होने का सबसे आम संकेत पैरों और टखनों में सूजन है। अगर आप पैरों की सूजन वाली जगह को उंगली से दबाते हैं और वहां गड्डा बन जाता है, तो यह बताता है कि शरीर में अतिरिक्त पानी जमा हो रहा है। किडनी जब शरीर से एक्स्ट्रा पानी और सोडियम को फिल्टर नहीं कर पाती, तो यह शरीर में जमा होने लगता है और पैरों, टखनों या हाथों में सूजन दिखने लगती है।


मांसपेशियों में ऐंठन और खिंचाव
किडनी की कार्यक्षमता कम होने पर शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स जैसे कैल्शियम और फॉस्फोरस का संतुलन बिगड़ जाता है। इसका असर मांसपेशियों पर पड़ता है और पैरों में अचानक ऐंठन या खिंचाव की समस्या पैदा हो सकती है। यह अक्सर रात के समय या लंबे समय तक बैठे रहने पर ज्यादा महसूस होती है।


त्वचा में खुजली और सूखापन
किडनी जब खून से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में असमर्थ होती है, तो ये शरीर में जमा होने लगते हैं। इससे हाथों और पैरों की त्वचा में खुजली, चकत्ते और सूखापन देखने को मिलता है। लंबे समय तक ऐसा रहने पर त्वचा पर दाने या लाल धब्बे भी बन सकते हैं।


हाथ-पैर का सुन्न होना या झनझनाहट
किडनी डैमेज नसों (nerves) पर भी असर डाल सकता है। इसे पेरिफेरल न्यूरोपैथी कहते हैं। इसके कारण हाथों और पैरों में झनझनाहट, सुई चुभने जैसा महसूस होना या सुन्नपन दिखाई देता है। यदि यह समस्या लगातार बनी रहे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।


सावधानी जरूरी
यदि ऊपर बताए गए किसी भी लक्षण को नजरअंदाज किया जाए, तो किडनी की बीमारी और गंभीर हो सकती है। शुरुआती जाँच और समय पर इलाज से किडनी को बचाया जा सकता है। इसलिए हाथ-पैर में सूजन, मांसपेशियों में ऐंठन, त्वचा में खुजली या सुन्नपन महसूस होने पर तुरंत किडनी टेस्ट कराना जरूरी है।


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Content Editor

Mansa Devi

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