आज भी भारत की शान है Mig-21 बाइसन, वायुसेना प्रमुख ने उड़ान भरकर दुनिया को दिखाई इसकी ताकत
punjabkesari.in Thursday, Aug 13, 2020 - 04:39 PM (IST)
नेशनल डेस्क: लद्दाख में चीन की हरकतों को देखते हुए वायु सेना ने सीमा के पास सतर्कता बढ़ दी है। भारतीय वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने वायु सेना की तैयारियों का जायजा लेने के लिए वीरवार को वेस्टर्न एयर कमांड के फ्रंटलाइन एयरबेस का दौरा किया।
अपने इस दौरे में वायुसेना प्रमुख ने भारतीय वायु सेना की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाले लड़ाकू विमान मिग 21 बाइसन की भी उड़ान भरी। वायुसेना ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। वायुसेना ने अपने ट्विटर हैंडल से कुछ तस्वीरें जारी करते हुए लिखा कि वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने गुरुवार को वेस्टर्न एयर कमांड का दौरा किया। अपने इस दौरे के दौरान उन्होंने बेस की तैयारियों का जायजा लिया, साथ ही सभी जवानों से बात की।
वायुसेना के मुताबिक इस दौरान आरकेएस भदौरिया ने Mig-21 बाइसन की उड़ान भरी। बता दें कि भारतीय वायुसेना ने 1961 में मिकोयान-गुरेबिच डिजाइन ब्यूरो निर्मित मिग-21 विमान को हासिल किया था। इसमें एक इंजन और एक सीट है। यह विभिन्न भूमिका निभाने वाला लड़ाकू विमान है जो जमीन पर मार करने में सक्षम है।यह विमान भारतीय वायुसेना की रीढ़ है। इसकी अधिकतम गति 2230 किलोमीटर प्रति घंटा है और यह 23 मिलीमीटर के दो बैरल वाले तोप के साथ चार आर-60 लड़ाकू मिसाइल ले जा सकता है।
2006 में 110 मिग-21 को अपग्रेड किया गया। इसे अपग्रेड करके इसे ताकतवर मल्टी-मोड रडार, बेहतर एवियोनिक्स और संचार प्रणालियों से लैस किया गया।आर-73 आर्चर शॉर्ट रेंज और आर-77 मीडियम रेंज एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइलों से लैस होने के बाद इसकी हवा से हवा में मार करने की क्षमता में भी सुधार हुआ।