पति की मौत... महिला ने प्रेमी संग पार की सारी हदें, प्यार में बाधा बन रहे 3 मासूमों को उतार दिया मौत के घाट
punjabkesari.in Friday, Jul 11, 2025 - 11:25 PM (IST)

नेशनल डेस्क: जिले में जून 2024 में हुई तीन मासूम बच्चों की निर्मम हत्या के सनसनीखेज मामले में अदालत ने महज एक साल के भीतर ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए मां प्रियंका को फांसी और उसके प्रेमी आशीष उर्फ डैनी को उम्रकैद की सजा सुनाई है। अदालत ने इस अपराध को "दुर्लभतम से दुर्लभ" (रेयरेस्ट ऑफ रेयर) बताते हुए कहा कि यह घटना समाज की आत्मा को झकझोरने वाली है।
कौन थे आरोपी और क्या है मामला?
प्रियंका और उसका प्रेमी आशीष आपसी संबंधों में थे। प्रियंका के चार बेटे थे – सोनू (9), माधव (6), आदित्य (4), मंगल (2)। पुलिस के अनुसार, पति की मौत के बाद प्रियंका ने अपने बच्चों को अपने नए रिश्ते में रुकावट मान लिया और उन्हें रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली।
कैसे हुई वारदात?
दिनांक 27 जून 2024 को प्रियंका और आशीष ने चारों बच्चों को सेंगर नदी के किनारे ले जाकर पहले नशीला पदार्थ खिलाया और फिर तीन बच्चों को एक-एक कर नदी में फेंक दिया।
सिर्फ सोनू किसी तरह बच गया। स्थानीय लोगों ने उसे नदी से बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। होश में आने के बाद सोनू ने ही अपनी मां और उसके प्रेमी की पूरी करतूत उजागर की। उसकी गवाही पूरे मामले में निर्णायक बनी।
अदालत का फैसला क्या रहा?
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सैफ अहमद ने इस केस में कहा:
- “यह हत्या नहीं, ममता, नैतिकता और सामाजिक मूल्यों की हत्या है।”
- प्रियंका को फांसी की सजा और ₹2.5 लाख का जुर्माना।
- आशीष को उम्रकैद और ₹1 लाख का जुर्माना।
- जुर्माने की 75% राशि सोनू को दी जाएगी ताकि उसकी परवरिश और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
सरकारी वकील की दलील
सरकारी वकील अभिषेक मिश्रा ने अदालत से कहा: “यह सिर्फ एक अपराध नहीं है, बल्कि एक मां द्वारा ममता का खून है। यह मामला फांसी के लायक है।” हालांकि कोर्ट ने सिर्फ प्रियंका को फांसी की सजा सुनाई, जबकि आशीष को उम्रकैद दी गई।
कैसे सामने आया मामला?
प्रियंका के देवर ने सबसे पहले बच्चों की गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस को दी थी। जांच के दौरान तीनों बच्चों के शव बरामद हुए और फॉरेंसिक जांच के बाद चार्जशीट दाखिल की गई। सोनू की गवाही और मेडिकल रिपोर्ट इस केस में अहम सबूत बने।