प्रेम प्रसंग, ब्लैकमेलिंग, 25 लाख की डिमांड... क्या थी जालौन के इंस्पेक्टर की मौत की वजह? महिला सिपाही पर मुकदमा दर्ज

punjabkesari.in Tuesday, Dec 09, 2025 - 05:34 AM (IST)

नेशनल डेस्कः उत्तर प्रदेश में जालौन जिले के कुठौंद थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत का मामला अब आत्महत्या से आगे बढ़कर हत्या के आरोप तक पहुंच गया है। मृतक इंस्पेक्टर की पत्नी माया राय ने महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा पर अपने पति की हत्या करने या करवाने का गंभीर आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है।

माया राय के अनुसार पांच दिसंबर की रात करीब 10 बजे उन्हें सूचना मिली कि उनके पति को गोली लग गई है। वह परिजनों के साथ मेडिकल कॉलेज उरई पहुंचीं, जहां उनके पति के सिर में गोली लगी हुई थी। पत्नी का कहना है कि उनके पति पूरी तरह मानसिक रूप से स्वस्थ थे और आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठा सकते। उन्होंने आरोप लगाया कि घटना के तुरंत बाद महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा सबसे पहले उनके पति के आवास से बाहर निकलती देखी गई।

पुलिस जांच में सामने आया कि रात 9:15 बजे मीनाक्षी शर्मा इंस्पेक्टर के कमरे की ओर जाती दिखी और 9:18 बजे कमरे से बाहर भागती नजर आई। यानी वह लगभग तीन मिनट तक कमरे के भीतर रही। बाहर निकलते समय वह चिल्लाते हुए बोली कि 'साहब ने खुद को गोली मार ली' और इसके बाद मौके से फरार हो गई। जब पुलिसकर्मी कमरे में पहुंचे तो इंस्पेक्टर का शव मच्छरदानी के अंदर खून से लथपथ पड़ा था। उनकी सर्विस रिवॉल्वर पेट के ऊपर रखी थी और सिर में गोली आर-पार हो चुकी थी। हालांकि 9 एमएम पिस्टल की गोली कमरे से बरामद नहीं हुई।

पुलिस सूत्रों के अनुसार मीनाक्षी शर्मा की फरवरी 2026 में शादी तय है और वह इंस्पेक्टर पर शादी में 25 लाख रुपये खर्च कराने का दबाव बना रही थी। आरोप है कि वह निजी वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उन्हें ब्लैकमेल कर रही थी। सर्विलांस जांच में मीनाक्षी के पास 3 मोबाइल और 4 सिम काडर् मिले हैं, जबकि इंस्पेक्टर के पास 3 सिम पाए गए हैं। सभी के कॉल व चैट रिकॉडर् खंगाले जा रहे हैं। पुलिस इस मामले में किसी तीसरे व्यक्ति की भूमिका से भी इंकार नहीं कर रही है।

जानकारी के अनुसार वारदात से पहले मीनाक्षी किसी बाइक सवार के साथ आई थी और घटना के बाद वह लगातार किसी से मोबाइल पर बात करती रही। इंस्पेक्टर अरुण राय 1998 में सिपाही के रूप में यूपी पुलिस में भर्ती हुए थे। 2012 में वे उपनिरीक्षक बने और 2023 में इंस्पेक्टर पद पर पदोन्नत हुए। अगस्त 2025 में उन्हें कुठौंद थाने की कमान सौंपी गई थी। विभाग में उनकी छवि एक ईमानदार, शांत और सख्त अधिकारी की थी। पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने बताया कि महिला सिपाही के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है और मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कारर्वाई होगी।


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Content Writer

Pardeep

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