केदारनाथ यात्रा पर जाने के लिए हेलीकॉप्टर का किराया कितना और क्रैश होने पर क्या मिलता है मुआवजा? जानिए सब कुछ

punjabkesari.in Sunday, Jun 15, 2025 - 11:02 AM (IST)

नेशनल डेस्क। उत्तराखंड का केदारनाथ धाम देश भर के श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी आस्था का केंद्र है. हर साल लाखों भक्त बाबा केदार के दर्शन के लिए दुर्गम पहाड़ी रास्तों से होकर पहुंचते हैं. ऐसे में ऊंचाई और कठिन मार्गों के कारण हेलीकॉप्टर सेवा की मांग तेज़ी से बढ़ी है खासकर बुजुर्गों और उन यात्रियों के लिए जिनके पास समय कम होता है. यह यात्रा का सबसे आसान और तेज़ माध्यम बन चुका है.

हालांकि हाल के दिनों में हेलीकॉप्टर क्रैश की घटनाओं ने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं जिनमें सबसे अहम हैं: हेलीकॉप्टर का किराया कितना होता है और हादसे की स्थिति में यात्रियों या उनके परिजनों को क्या मुआवजा मिलता है?

दरअसल आज सुबह केदारनाथ के गौरीकुंड में आर्यन कंपनी का एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया जिसमें पायलट और एक बच्चे समेत कुल 7 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. इस दुखद घटना के बाद यह सवाल स्वाभाविक है कि क्या इन लोगों के परिजनों को कोई मुआवजा मिलेगा?


 

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केदारनाथ हेलीकॉप्टर सेवा का किराया

केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर सेवा मुख्य रूप से फाटा, सिरसी और गुप्तकाशी जैसे हेलीपैड्स से उपलब्ध होती है. इसका किराया सरकार द्वारा तय किया जाता है और हर साल चारधाम यात्रा से पहले इसकी घोषणा की जाती है. वर्तमान में प्रति व्यक्ति (आने-जाने का किराया) इस प्रकार है:

  • फाटा से केदारनाथ: ₹5,500 से ₹6,000
  • सिरसी से केदारनाथ: ₹5,000 से ₹5,800
  • गुप्तकाशी से केदारनाथ: ₹7,500 से ₹8,000

 

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यह किराया एक व्यक्ति के लिए राउंड ट्रिप (आना-जाना) होता है. बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए कोई अलग दर नहीं होती है लेकिन हेलीकॉप्टर में वजन सीमा का विशेष ध्यान रखा जाता है.


हेलीकॉप्टर क्रैश की स्थिति में मुआवजे का प्रावधान

हेलीकॉप्टर क्रैश एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है लेकिन ऐसी स्थितियों के लिए नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) और हेलीकॉप्टर ऑपरेटर कंपनियों के पास तयशुदा नियम और बीमा होते हैं. यदि कोई हेलीकॉप्टर क्रैश होता है तो:

  • मृतक यात्रियों के परिवार को बीमा के तहत ₹5 लाख से ₹20 लाख तक का मुआवजा मिल सकता है. यह राशि ऑपरेटर की बीमा पॉलिसी पर निर्भर करती है.
  • घायल यात्रियों को इलाज का खर्च और मुआवजा दिया जाता है जिसकी सीमा भी अलग-अलग हो सकती है.
  • हर हेलीकॉप्टर ऑपरेटर के लिए यात्रियों के लिए वैध इंश्योरेंस करवाना अनिवार्य होता है.

हाल ही में आर्यन एविएशन कंपनी के हेलीकॉप्टर क्रैश होने के बाद मुआवजा प्रक्रिया और यात्रियों की सुरक्षा पर एक बार फिर से बहस तेज़ हो गई है. सरकार और प्रशासन अब यात्रियों की सुरक्षा को लेकर और अधिक सख्ती बरतने की तैयारी में हैं ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके.


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Content Editor

Rohini Oberoi

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