Pushpa-2 Controversy: कैसे मची भगदड़, अब क्या होगा अल्लू अर्जुन का? पुलिस ने दिया ''पुष्पा'' वाला करारा जवाब
punjabkesari.in Monday, Dec 23, 2024 - 10:49 AM (IST)
नेशनल डेस्क: साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सबसे बड़े स्टार्स में से एक, अल्लू अर्जुन की फिल्म ‘पुष्पा-2’ की स्क्रीनिंग के दौरान एक दुखद घटना सामने आई। 4 दिसंबर को फिल्म के प्रीमियर के दौरान संध्या थिएटर में भगदड़ मच गई, जिससे एक महिला की मौत हो गई और उसका 8 साल का बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना के बाद अब पुलिस और अल्लू अर्जुन के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है, जबकि राजनीतिक तूल भी इस मामले को लेकर गर्मा गया है।
4 दिसंबर 2024 को ‘पुष्पा-2’ फिल्म के प्रीमियर के दौरान अल्लू अर्जुन अपनी टीम के साथ हैदराबाद के संध्या थिएटर पहुंचे थे। इस दौरान उनकी फिल्म को देखने के लिए फैंस की भारी भीड़ जमा हो गई। थिएटर के अंदर भीड़ इतनी बढ़ गई कि भगदड़ मच गई, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इस भगदड़ में एक महिला की मौत हो गई और उसका 8 वर्षीय बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस और प्रशासन के मुताबिक, भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल हो गया, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई। मृतक महिला की पहचान अब तक नहीं हो पाई है, लेकिन यह स्पष्ट है कि इस घटना में कई लोग घायल हुए थे और गंभीर स्थिति में अस्पतालों में भर्ती कराए गए थे। पुलिस ने बाद में बताया कि महिला के बेटे को गंभीर चोटें आईं, हालांकि उसकी स्थिति अब स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस की प्रतिक्रिया और अल्लू अर्जुन पर आरोप
घटना के बाद, तेलंगाना पुलिस ने अल्लू अर्जुन और उनकी टीम पर गंभीर आरोप लगाए। पुलिस का कहना था कि घटना के बाद भी अल्लू अर्जुन और उनकी टीम ने जिम्मेदारी नहीं ली। एसीपी रमेश ने एक प्रेस बयान में कहा, "हमने पहले ही अल्लू अर्जुन के मैनेजर संतोष को घटना के बारे में सूचित किया था। इसके बाद भी उनके किसी प्रतिनिधि ने हमारे साथ संपर्क नहीं किया। बाद में जब पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया, तब भी अर्जुन और उनकी टीम बिना किसी सहयोग के परिसर से बाहर भाग गए।" इस आरोप के आधार पर पुलिस ने संध्या थिएटर के सीसीटीवी फुटेज जारी किए, जिसमें अल्लू अर्जुन और उनकी टीम को कड़ी सुरक्षा के बीच थिएटर से बाहर जाते हुए देखा गया। पुलिस ने दावा किया कि फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई थी और अभिनेता ने इस घटना के बाद पुलिस से सहयोग करने के बजाय अपनी टीम के साथ बाहर निकलने का निर्णय लिया।
मुख्यमंत्री का बयान
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने भी इस घटना को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने आरोप लगाया कि अल्लू अर्जुन ने बिना पुलिस की अनुमति के प्रीमियर इवेंट में हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री ने कहा, "पुलिस को थिएटर में उचित सुरक्षा व्यवस्था की उम्मीद थी, लेकिन जब हमें इस कार्यक्रम की जानकारी मिली, तो हमने सुरक्षा कारणों से कुछ मुद्दों को उठाया था। पुलिस को यह खतरा था कि इतनी बड़ी भीड़ में कोई अप्रिय घटना हो सकती है। बावजूद इसके, अल्लू अर्जुन प्रीमियर में शरीक हुए और बाद में जब पुलिस ने उन्हें बाहर निकालने का प्रयास किया, तो उन्हें मजबूरी में बाहर जाना पड़ा।" इसके साथ ही सीएम ने यह भी आरोप लगाया कि थिएटर प्रबंधन ने पहले ही 2 दिसंबर को पुलिस से सुरक्षा के लिए अनुरोध किया था, लेकिन भीड़ नियंत्रण की वजह से पुलिस ने अनुरोध को अस्वीकार कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा, "यह एक गंभीर चूक थी, जिसके कारण यह घटना घटी।"
अल्लू अर्जुन का बचाव
इस मामले में अभिनेता अल्लू अर्जुन ने खुद को निर्दोष बताया। अभिनेता ने पुलिस और मुख्यमंत्री के आरोपों को खारिज किया और कहा कि वह पूरी तरह से पुलिस के निर्देशों का पालन कर रहे थे। रविवार (22 दिसंबर) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, "यह आरोप गलत हैं। मैंने किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया। वास्तव में, पुलिस ने मेरे लिए रास्ता तैयार किया था, और मैं उनके निर्देशों के तहत ही कार्यक्रम स्थल पर पहुंचा था। घटना के बाद पुलिस ने मुझे घेर लिया और मुझे कड़ी सुरक्षा के बीच बाहर निकाला।" अल्लू अर्जुन ने यह भी कहा कि थिएटर में न तो कोई पुलिस अधिकारी उनसे मिलने आया और न ही उन्होंने इस घटना के बारे में कोई जानकारी ली। अभिनेता ने दावा किया कि वह खुद को पूरी तरह से निर्दोष मानते हैं और इस मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही के दोषी नहीं हैं।
राजनीतिक विवाद
इस घटना के बाद अब राजनीतिक पक्ष भी सामने आ गए हैं। भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोला है। भाजपा के नेता अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि अल्लू अर्जुन को सिर्फ इस कारण निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि उन्होंने कांग्रेस पार्टी के लिए प्रचार करने से मना कर दिया। उन्होंने इसे राज्य प्रायोजित आतंकवाद बताया और कहा, "अल्लू अर्जुन के खिलाफ यह कार्रवाई सिर्फ राजनीतिक कारणों से की जा रही है। उन्हें कांग्रेस के लिए प्रचार नहीं करने की सजा दी जा रही है।" बीआरएस नेता केटी रामा राव ने भी इस कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा, "अल्लू अर्जुन को एक आम अपराधी के रूप में देखना गलत है। यह सिर्फ एक हादसा था, जिसके लिए वह जिम्मेदार नहीं थे।" उन्होंने कहा कि अल्लू अर्जुन ने हमेशा अपने प्रशंसकों और समाज के लिए सकारात्मक कार्य किए हैं और उन्हें इस तरह से निशाना बनाना गलत है।
अल्लू अर्जुन के घर पर तोड़फोड़
रविवार (22 दिसंबर) को अल्लू अर्जुन के हैदराबाद स्थित जुबली हिल्स स्थित घर के बाहर प्रदर्शनकारी जुटे और हिंसक घटनाएं घटीं। कुछ असामाजिक तत्वों ने अभिनेता के घर पर तोड़फोड़ की और उसके बाद पुलिस ने 6 लोगों को हिरासत में लिया। डीसीपी वेस्ट जोन हैदराबाद ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी और कहा कि जिन लोगों ने हिंसा की, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने भी इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की और पुलिस को निर्देश दिया कि वे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पूरी कार्रवाई करें।
पुलिस की ओर से कार्रवाई की चेतावनी
तेलंगाना पुलिस ने इस मामले में कानून को हाथ में लेने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। पुलिस ने बयान जारी करते हुए कहा कि किसी भी असामाजिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जो भी कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ‘पुष्पा-2’ की स्क्रीनिंग के दौरान मची भगदड़ के बाद हुई महिला की मौत ने न केवल फिल्म इंडस्ट्री को बल्कि समग्र समाज को भी झकझोर कर रख दिया। इस मामले में पुलिस और अभिनेता अल्लू अर्जुन के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। इस घटना के बाद राजनीतिक माहौल भी गर्मा गया है, और विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार को घेरा है। फिलहाल यह मामला पुलिस की जांच के अधीन है और इसकी पूरी जांच होने तक अभिनेता की छवि पर यह विवाद असर डाल सकता है।