कोरोना की तीसरी लहर के आने से पहले अस्पतालों को करने होंगे ये काम

punjabkesari.in Monday, Jun 21, 2021 - 01:37 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कोरोना की तीसरी लहर के आने से पहले सरकार ने बच्चों के लिए नई गाइडलाइन्स जारी की हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर में रोजाना एक लाख लोग इससे प्रभावित हो सकते हैं जिनमें बच्चों की संख्या करीब 12 हजार होगी। इसी लिए राज्यों से अस्पतालों में बिस्तरों को बढ़ाने और ऑक्सीजन का पर्याप्त बंदोबस्त करने के लिए कहा गया है। अनुमान है कि कोरोना की तीसरी लहर में करीब 2400 आईसीयू बेड की जरूरत पड़ेगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया है कि भारत में 78 फीसदी बाल रोग विशेषज्ञों की कमी है। ग्रामीण क्षेत्रों में यह स्थिति और भी ज्यादा गंभीर है क्योंकि वहां अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों की संख्या भी पूरी नहीं है। 

जारी की गई इन गाइडलाइन्स में एनसीडीसी की समीक्षा का हवाला देते हुए केंद्र ने राज्यों को बताया है कि नई लहर में अगर हर दिन 12 हजार बच्चे संक्रमित हुए तो इनमें से करीब 600 को भर्ती करने की जरूरत पड़ सकती है। अगर ऐसा होता है तो इनमें से 360 बच्चों को सामान्य वार्ड और 240 बच्चों को आईसीयू बिस्तर की जरूरत पड़ेगी।

इसमें यह भी कहा गया है कि 300 या उससे अधिक बिस्तर वाले जिला अस्पतालों में बच्चों के लिए अलग से वार्ड होना चाहिए। साथ ही प्रति मिनट पांच लीटर ऑक्सीजन की व्यवस्था भी करनी होगी।


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Content Editor

Hitesh

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