Navy Day के मौके पर जानिए, 1971 की जंग की शुरूआत से लेकर अंत तक की पूरी कहानी
punjabkesari.in Friday, Dec 04, 2020 - 01:44 PM (IST)

नेशनल डेस्क: आज भारतीय नौसेना दिवस है। नौसेना ने अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन करते हुए कराची बंदरगाह को तहस-नहस कर दिया था। इस पराक्रम को याद कर हर वर्ष चार दिसंबर को जाबाजों को सलाम किया जाता है। आइए जानें नेवी डे का पूरा इतिहास:-
नौसेना ने चलाया था 'ऑपरेशन ट्राइडेंट'
- पाकिस्तानी सेना द्वारा 3 दिसंबर को हमारे हवाई क्षेत्र और सीमावर्ती क्षेत्र में हमला किया था।
- इस हमले ने 1971 के युद्ध की शुरुआत की थी।
- पाकिस्तान को मुह तोड़ जवाब देने के लिए 'ऑपरेशन ट्राइडेंट' चलाया गया।
- यह अभियान पाकिस्तानी नौसेना के कराची स्थित मुख्यालय को निशाने पर लेकर शुरू किया गया।
सात दिन तक जलता रहा कराची तेल डिपो
- इस हमले में पाकिस्तान के कई जहाज नेस्तनाबूद कर दिए गए थे। इस दौरान पाकिस्तान के ऑयल टैंकर भी तबाह हो गए थे।
- कराची हार्बर फ्यूल स्टोरेज के तबाह हो जाने से पाकिस्तान नौसेना की कमर टूट गई थी।
- कराची के तेल टैंकरों में लगी आग की लपटों को 60 किलोमीटर की दूरी से भी देखा जा सकता था।
- बता दें कि कराची के तेल डिपो में लगी आग को सात दिनों तक नहीं बुझाया जा सका था।
नौसेना दिवस 4 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है?
- नौसेना दिवस 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध में जीत हासिल करने वाली भारतीय नौसेना की शक्ति और बहादुरी को याद करते हुए मनाया जाता है।
- 'ऑपरेशन ट्राइडेंट' के तहत 4 दिसंबर, 1971 को भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान के कराची नौसैनिक अड्डे पर हमला बोल दिया था।
- इस ऑपरेशन की सफलता को ध्यान में रखते हुए 4 दिसंबर को हर साल नौसेना दिवस मनाया जाता है।