रिश्तों के सोहार्द की मिसाल, अनाथ हिन्दू बच्चों ने मुस्लिम पड़ोसियों को छोडऩे से किया इन्कार

punjabkesari.in Saturday, Dec 30, 2017 - 06:14 PM (IST)

श्रीनगर: जहां एक तरफ कश्मीर में आतंकी गतिविधियां बढ़ी है वहीं ऐसे भी कई मौके देख्ने को मिले हैं जब धर्म से ऊपर इन्सानी रिश्ते रखे गए। कश्मीर के काजीगुंड में रहने वाले पंडित परिवार के अनाथ बच्चों ने अपने रिश्तेदारों के साथ जम्मू जाकर रहने की बात से साफ इन्कार कर दिया और कहा कि वे कश्मीर में मुस्लिम पड़ोसियों के साथ सुरक्षित हैं और यहीं पर रहेंगे। इन बच्चों की मां नैंसी कौल का 22 दिसंबर में निधन हो गया था। पिछले वर्ष इनके पिता महाराज कृष्ण कौल का भी निधन हो गया था और इस तरह से बच्चे पूरी तरह से अनाथ हो गए। बच्चों ने अपनी मामी के साथ कश्मीर छोडऩे से साफ इन्कार करते हुए कहा कि वे कश्मीर में सुरक्षित हैं।


16 वर्षीय सागर कौल ने कहा, यह मेरी मां की आखिरी इच्छा थी कि हम कश्मीर छोड़ कर न जाएं और हम कहीं नहीं जाएंगे। हमारी मां हमे गांववालों के हवाले करके गई है और यही हमारा घर है। हमे पड़ोसियों पर पूरा भरोसा है कि वह हमारी अपने बच्चों की तरह परवरिश करेंगे। उसने कहा कि मुस्लिम और पंडित परिवारों ने मिलकर उनकी आर्थिक तौर पर बहुत मद्द की है। वहीं गांव की एक महिला अतिका बेगम ने कहा कि वे लोग बच्चों का पूरा ख्याल रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बच्चे उन्हीं के परिवार का हिस्सा है। उन्होंने बताया कि कोई समय था जब उन्होंने अपना दूध बच्चों को पिलाया है और अबर बच्चे कश्मीर में रहना चाहते हैं तो वे यही रहेंगे। वहीं एक अन्य गांववाले ने कहा कि कुछ पंडित भाई चाहते है कि बच्चे साथ ही के गांव में बनी विस्थापित कलौनी में चले जाएं पर बच्चे जाना नहीं चाहते हैं।

स्कूल ने दिया है  फ्री शिक्षा देने का ऑफर
गांव के एक स्कूल गोसिया पब्लिक स्कूल ने बच्चों को फ्री शिक्षा देने का ऑफर भी दिया है। कौल परिवार में सबसे बड़ी सरोज कौल है जोकि 17 वर्ष की है। मीनाक्षी कौल दसवीं कक्षा में पढ़ती है और सोनू कौल एलकेजी में पढ़ता है। स्कूल ने बच्चों को निशुल्क पढ़ाने की बात कही है।


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