Rain Alert: 21-22-23 जुलाई को हिमाचल में होगी भीषण बारिश, बाहर न निकलने की दी चेतावनी के साथ IMD अलर्ट जारी
punjabkesari.in Monday, Jul 21, 2025 - 03:19 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हिमाचल प्रदेश में 21,22 व 23 जुलाई को भीषण बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना जताई है। बारिश और भूस्खलन के कारण प्रदेश में 142 सड़कें बंद हो चुकी हैं और हवाई सेवाएं भी बाधित हो रही हैं। प्रशासन ने सभी नागरिकों से सावधानी बरतने और अनावश्यक घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी है।
भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट कब-कहाँ?
मौसम विभाग ने 21 जुलाई को प्रदेश के सात जिलों – ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, सोलन, मंडी और सिरमौर में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 22 जुलाई को सिरमौर और सोलन में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी है, जबकि ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू और शिमला में भारी बारिश का यलो अलर्ट है। 23 जुलाई को ऊना और बिलासपुर जिलों में भी भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी रहेगा।
बारिश का असर: बंद सड़कें और बाधित हवाई सेवाएं
प्रदेश में बारिश और भूस्खलन के कारण कुल 142 सड़कें यातायात के लिए बंद हो चुकी हैं। इनमें मंडी जिले में सबसे ज्यादा 91 सड़कें बंद हैं, कुल्लू में 33, कांगड़ा में 9, सिरमौर में 3, ऊना में 3, सोलन में 2 और बिलासपुर में 1 सड़क बंद है। इसके अलावा प्रदेश में 40 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं, जो सभी मंडी जिले में हैं। 26 ट्रांसफार्मर भी खराब हो चुके हैं, जिससे बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है। कांगड़ा एयरपोर्ट पर रविवार को मौसम की खराबी के चलते कोई भी विमान नहीं उतर पाया। एयरपोर्ट के निदेशक धीरेंद्र सिंह के अनुसार दिल्ली से पांच विमान आए, लेकिन सभी को वापस लौटना पड़ा। इससे यात्रियों को भारी परेशानी हुई।
राजधानी शिमला में धुंध और तापमान में गिरावट
प्रदेश की राजधानी शिमला में भी लगातार बारिश और धुंध का दौर जारी है। पूरे दिन घनी धुंध छाई रही, जिससे दृश्यता कम हो गई और सड़कों पर वाहन धीरे-धीरे चले। प्रदेश में अधिकतम तापमान में भी गिरावट आई है। सोलन में सबसे अधिक सात डिग्री, मंडी और कांगड़ा में करीब 6.5 डिग्री, बिलासपुर में 4.5 डिग्री और शिमला में 3.4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। प्रदेश में सबसे अधिक तापमान ऊना जिले में 34.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
प्रशासन की एडवाइजरी और जनता के लिए जरूरी सुझाव
प्रशासन ने बारिश के चलते कई सुरक्षा निर्देश जारी किए हैं:
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संवेदनशील और भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में ज्यादा सतर्क रहें।
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निचले इलाकों में जलभराव से बचें।
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कमजोर भवन और संरचनाओं से दूर रहें।
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फिसलन भरी सड़कों पर वाहन सावधानी से चलाएं।
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नदी, नाला और जलग्रहण क्षेत्रों से दूर रहें।
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ट्रैकिंग या बाहरी साहसिक गतिविधियों से बचें।
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बागबानी और खेती पर बारिश के प्रभाव से सावधान रहें।
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जरूरत पड़ने पर प्रशासन की मदद लेने से हिचकिचाएं नहीं।
नुकसान और बचाव कार्य
अब तक प्रदेश में भारी बारिश से 1235 करोड़ रुपये का अनुमानित नुकसान हुआ है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीम लगातार राहत और बचाव कार्यों में लगी हुई है। फायर सर्विस और सिविल डिफेंस की यूनिट्स प्रभावित इलाकों में पहुंचकर फंसे लोगों को बचाने का प्रयास कर रही हैं। साथ ही सड़कों की सफाई और खुलवाने का कार्य भी जोर-शोर से चल रहा है।
आपकी सुरक्षा के लिए कुछ जरूरी बातें
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घर से बाहर निकलते समय मौसम की जानकारी लें।
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बारिश के दौरान अनावश्यक बाहर न जाएं।
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खासकर भूस्खलन वाले इलाकों और नदियों के पास जाने से बचें।
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बच्चे और बुजुर्गों का खास ध्यान रखें।
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किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन या आपदा नियंत्रण कक्ष से संपर्क करें।
हिमाचल के लोग सावधान रहें और इस बारिश के दौरान अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें। प्रशासन और मौसम विभाग की सलाहों का पालन करें ताकि जान-माल की हानि से बचा जा सके।