जिस हिजाब को लेकर मचा है हंगामा, जानिए अलग-अलग देशों में इस पर क्या है कानून

punjabkesari.in Wednesday, Feb 09, 2022 - 03:57 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कर्नाटक में उडुपी ज‍िले के प्री-यून‍िवर्सिटी कॉलेज में छात्राओं को ह‍िजाब पहनने की वजह से प्रवेश की इजाजत नहीं दी गई। यह मामला काफी गरमा गया है। विपक्ष के कई नेता भी इस विवाद में कूद गए हैं लेकिन क्या आप जानते हैं न सिर्फ भारत में बल्कि फ्रांस जैसे देशों में भी हिजाब पर बहस छिड़ी हुई है। दरअसल बुर्के या हिजाब को लेकर कई देशों में अलग-अलग कानून बने हुए हैं। कई देशों में तो महिलाओं को बुर्का पहनने का बिल्कुल भी इजाजत नहीं है। वहीं अगर कर्नाटक के विवाद को देखा जाए तो यह एक कॉलेज का मामला है जहां सभी छात्र-छात्राओं के लिए एक ड्रेस कोड होता है। स्कूल और कॉलेजों में ड्रेस कोड के हिसाब से ही चलना चाहिए। 

 

सिर ढकने की परंपरा
दुनिया में बहुत-सी संस्कृति हैं जिनमें सार्वजनिक स्थानों पर महिलाएं अपने सिर, बाल और चेहरा ढकती हैं। कोई घूंघट से, कोई हिजाब या बुर्का से। हालांकि यह सब अपने-अपने देश की संस्कृति है लेकिन अगर आप किसी अन्य देश में रह रहे हों तो आपको उनके कानून और नियों के हिसाब से चलना होता है। सऊदी अरब में महिलाएं बिना हिजाब और बुर्के के अपने घरों से नहीं निकल सकती हैं । वहीं यूरोप के कई देशों में पब्लिक जगहों पर हिजाब पहनने पर मनाही है। 

 

क्या है हिजाब, नकाब और बुर्का
बताया जाता है कि मुस्लिम धर्म की पवित्र किताब ‘कुरान’ में हिजाब का ताल्लुक कपड़े से नहीं पर्दे से है। पर्दा जो औरतों और आदमियों के बीच हो। कुरान में मुसलमान पुरुषों और महिलाओं, दोनों को ही शालीन कपड़े पहनने की हिदायत दी गई है। हिजाब के अंतर्गत औरतों और आदमियों को ढीले और आरामदेह कपड़े पहनने को कहा गया है। साथ ही अपना सिर ढकने की बात कही गई है। जबकि हिजाब में बाल, कान, गला और छाती को कवर किया जाता है। इसमें कंधों का कुछ हिस्सा भी ढंका होता है लेकिन चेहरा नहीं ढका जाता है।
वहीं नकाब का इस्तेमाल महिलाएं चेहरा ढकने के लिए करती हैं। 

 

बहुत- सी जगहों पर बुर्का पहना जाता है. जिसमें महिलाओं के सिर से लेकर पैर तक, सबकुछ कवर होता है, सिर्फ उनकी आंखें दिखती हैं। इनके अलावा अल-अमीरा, अबाया जैसी चीजें भी प्रचलन में हैं। देश-दुनिया में हिजाब या बुर्का पहनने की शुरुआत कब और कैसे हुई?, इसके बारे में सटीक जवाब शायद ही किसी के पास हो लेकिन इस परंपरा से बाहर आने में सबसे ठोस कदम रजिया सुल्तान और बेगम नूरजहां ने उठाया। यह दोनों मुस्लिम महिलाएं उदाहरण हैं जिन्होंने बुर्का, हिजाब या नकाब नहीं पहना। वहीं बहुत-सी मुस्लिम महिलाएं इसे अपना अधिकार समझती हैं, उनका कहना है कि हिजाब या बुर्के पर बैन लगाने का मतलब है महिलाओं से उनके अधिकारों को छीनना।

 

जानिए किस देश में क्या कानून
फ्रांस: 
फ्रांस में 2010 में बुर्का और नकाब पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था। उनका कहना था कि इससे महिलाओं को बराबरी का अधिकार मिलेगा।

 

चीन 
चीन में पब्लिक बस में हिजाब या नकाब पहनने की अनुमति नहीं है।

 

डेनमार्क
डेनमार्क में भी पब्लिक जगहों पर चेहरा ढकने पर मनाही है। साल 2018 में इस पर डेनमार्क की संसद में कानून पारित हुआ था। इस काननू के तहत डेनमार्क की पुलिस को यह अधिकार है कि अगर वह किसी महिला का चेहरा नकाब या बुर्का या किसी भी तरह से ढका हुआ देखते हैं तो उन पर कार्रवाई कर सकते हैं और इसे हटाने को कह सकते हैं।

 

जर्मनी
साल 2017 में जर्मनी में सरकारी कर्मचारी, जज और सैनिकों के पूरा चेहरा ढकने पर प्रतिबंध लगाया था।

 

श्रीलंका
कुछ साल पहले हुए आतंकी हमले के बाद श्रीलंका ने भी सार्वजनिक जगहों पर चेहरे को पूरी तरह से ढकने पर प्रतिबंध लगा हुआ है।

 

बेल्जियम
बेल्जियम में 2011 से बुर्का और नकाब पर प्रतिबंधित हैं।

 

नीदरलैंड
नीदरलैंड ने 2016 में कुछ जगहों पर बुर्का और नकाब को प्रतिबंधित कर दिया गया था। वहां के नियम के मुताबिक स्कूल के साथ-साथ एयरपोर्ट जैसी जगहों पर कोई अपना चेहरा नहीं ढक सकता है। साथ ही जहां महिलाओं को अपना पहचान पत्र दिखाना पड़े वहां भी वह चेहरा ढककर नहीं जा सकतीं।

 

कैमरुन
साल 2015 में कैमरुन में बुर्का पर प्रतिबंध लगाया गया था क्योंकि वहां दो महिलाओं ने बुर्का पहनकर आत्मघाती हमला कर दिया था।

 

इटली
इटली के लोम्बार्डी में किसी भी महिला के बुर्का पहनने पर रोक है।

 

सऊदी अरब
सऊदी अरब में महिलाओं को हिजाब, नकाब, बुर्का के साथ अबाया पहनना जरूरी होता है। महिलाओं को उन सभी जगहों पर यह पहनना पड़ता है जहां कोई गैर-मर्द मौजूद हो।

 

ईरान
1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद से ईरान में हिजाब पहनना अनिवार्य है। महिलाओं को सार्वजनिक जगहों पर ढीले-ढाले कपड़े पहनने और सिर और गर्दन ढकने का आदेश है।

 

पाकिस्तान
पाकिस्तान एक मुस्लिम बहुल देश हैं लेकिन वहां हिजाब और बुर्का को लेकर कोई कानून नहीं है। हालांकि, देश में मुस्लिम महिलाओं के बीच बुर्का पोशाक काफी आम है लेकिन यह उनकी मर्जी है। 

 

इंडोनेशिया
इंडोनेशिया एक मुस्लिम बहुल देश है जहां महिलाओं को यह तय करने की अनुमति दी जाती है कि वे हिजाब या नकाब जैसी कोई चीज लेना चाहती हैं या नहीं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Seema Sharma

Recommended News

Related News