Weather Update: इस पहाड़ी राज्य में भारी बारिश और बर्फबारी का अलर्ट, जानें कब तक खराब रहेगा मौसम
punjabkesari.in Sunday, Oct 05, 2025 - 06:13 AM (IST)

नेशनल डेस्कः हिमाचल प्रदेश में अगले हफ्ते से मौसम पूरी तरह करवट लेने वाला है। मौसम विज्ञान केंद्र, शिमला ने चेतावनी जारी की है कि 4 से 8 अक्टूबर के बीच राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश, ओलावृष्टि (hailstorm) और तेज आंधी की संभावना है। यह बदलाव एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के असर से होगा, जो उत्तरी भारत की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, इसका सबसे तीव्र असर 6 अक्टूबर को देखने को मिलेगा।
सात जिलों में ऑरेंज अलर्ट, बाकी में येलो अलर्ट
6 अक्टूबर को मौसम विभाग ने चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसका मतलब है कि इन इलाकों में बेहद भारी बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं की स्थिति बन सकती है। इसके अलावा, सोलन, बिलासपुर, हमीरपुर, सिरमौर और ऊना जैसे जिलों में येलो अलर्ट रहेगा, यानी हल्की से मध्यम बारिश और आंधी का खतरा बरकरार रहेगा।
मौसम केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि इस अवधि में 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, जबकि कुछ ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की भी संभावना है।
कब-कब क्या होगा असर: दिनवार पूर्वानुमान
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5 अक्टूबर: 10 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश, कुछ जगहों पर भारी बारिश संभव।
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6 अक्टूबर: सबसे तेज असर वाला दिन, सात जिलों में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा का अलर्ट।
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7-8 अक्टूबर: मौसम धीरे-धीरे सामान्य होगा, लेकिन कई इलाकों में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
टूरिस्टों और स्थानीय लोगों के लिए बड़ी चेतावनी
हिमाचल प्रदेश आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (HPSDMA) ने पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों से अपील की है कि वे इस दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें। खासतौर पर मनाली, रोहतांग पास, शिमला, और किन्नौर जैसे पर्यटन स्थलों पर भूस्खलन (landslide) और फ्लैश फ्लड (flash flood) का खतरा बना रहेगा।
प्राधिकरण ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग-5 (NH-5) और NH-3 (मनाली-कीरतपुर मार्ग) पर पानी भरने या भूस्खलन की घटनाएं हो सकती हैं, इसलिए ड्राइवरों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
मौसम बदलने से बढ़ेगी ठंड
विभाग के अनुसार, फिलहाल दिन और रात के तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं है, लेकिन तूफान गुजर जाने के बाद तापमान में तेज गिरावट दर्ज की जाएगी।