इन राज्यों में भारी बारिश ने बढ़ाई मुसीबतें, स्कूल-कॉलेज बंद, NDRF संभाल रही मोर्चा
punjabkesari.in Wednesday, Nov 27, 2024 - 05:42 AM (IST)
नेशनल डेस्कः देश में चक्रवाती तूफान की दस्तक ने दक्षिणी राज्यों में अलर्ट बढ़ा दिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) और रीजनल मेट्रोलॉजिकल सेंटर (RMC) चेन्नई ने चेतावनी दी है कि दक्षिण भारत के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश और तेज हवाओं से जनजीवन प्रभावित हो सकता है। उत्तरी राज्यों में भी इसके असर से ठंड और धुंध बढ़ने के आसार हैं।
तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश और अलर्ट
RMC चेन्नई ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बना दबाव गहरे दबाव में बदल गया है और बुधवार को यह चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा। इससे तमिलनाडु और पुदुचेरी के कई हिस्सों में 27 से 28 नवंबर के बीच भारी से बहुत भारी बारिश होगी।
प्रभावित जिलों में नागपट्टिनम, मयिलादुथुराई, तंजावुर, कराईकल, कुड्डालोर और तिरुवरुर शामिल हैं। इन क्षेत्रों में एनडीआरएफ की 4वीं बटालियन की सात टीमें तैनात कर दी गई हैं। स्थानीय प्रशासन ने एहतियात के तौर पर स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए हैं।
मौसम का प्रभाव और प्रशासनिक तैयारी
चेन्नई और आसपास के क्षेत्र: मंगलवार सुबह से ही चेन्नई और इसके आसपास के जिलों में भारी बारिश शुरू हो गई है। चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर और चेंगलपट्टू जिलों में 27 से 30 नवंबर तक ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है।
भारी बारिश की चेतावनी: IMD ने 26 नवंबर को तीन केंद्रीय जिलों और 27 नवंबर को दो जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है।
स्कूल-कॉलेज बंद: नागपट्टिनम, मयिलादुथुराई, तिरुवरुर, और अन्य प्रभावित क्षेत्रों में स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है।
एनडीआरएफ की तैनाती: सात टीमें तटीय इलाकों में राहत और बचाव कार्य के लिए तैनात हैं।
चक्रवात का प्रभाव
IMD के मुताबिक, चक्रवात का असर उत्तर तमिलनाडु और उससे सटे पुदुचेरी तटों पर अधिक रहेगा। तेज हवाओं के साथ समुद्र में ऊंची लहरें उठने की संभावना है। मछुआरों को समुद्र में जाने से मना किया गया है।
उत्तरी राज्यों में असर
चक्रवात के चलते उत्तर भारत के राज्यों में भी मौसम प्रभावित होगा। दक्षिण में भारी बारिश के कारण उत्तर भारत में ठंडी हवाओं के प्रभाव से धुंध और ठंड बढ़ने की संभावना है।
प्रशासन की अपील और तैयारी
तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल में प्रशासन ने खराब मौसम को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने और घरों में सुरक्षित रहने की सलाह दी है। राहत और बचाव कार्यों के लिए पूरी तैयारी की गई है। चक्रवात से होने वाले किसी भी नुकसान को कम करने के लिए सभी विभागों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।
यह चक्रवाती तूफान न केवल तटीय इलाकों में भारी बारिश और तेज हवाओं का कारण बनेगा, बल्कि अन्य राज्यों में भी मौसम को प्रभावित करेगा। लोगों से अपील है कि वे मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन की मदद लें।