Heavy Rain: Rajasthan में भारी बारिश का सिलसिला जारी, कई जिलों में बाढ़ के हालात, पिछले 24 घंटों में 8 लोगों की गई जान

punjabkesari.in Monday, Aug 12, 2024 - 10:58 PM (IST)

जयपुरः राजस्थान में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण सोमवार को बारिश से जुड़ी घटनाओं में आठ और लोगों की मौत हो गई। वहीं राज्य में पिछले दो दिनों में कम से कम 22 लोगों की मौत वर्षा जनित हादसों में हुई। पुलिस ने यह जानकारी दी। पिछले दो दिनों में भारी बारिश ने करौली और हिंडौन में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं, जहां निचले इलाकों में बहुत ज्यादा जलभराव हो गया है। बांधों और नदियों के उफान पर होने से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। आपदा राहत बलों ने करौली और हिंडौन में करीब 100 लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
PunjabKesari
मौसम विभाग की ओर से जारी भारी बारिश की चेतावनी के चलते संबंधित जिलाधिकारियों द्वारा जारी आदेशों पर राज्य की राजधानी जयपुर, सवाई माधोपुर, भरतपुर, दौसा और करौली समेत पांच जिलों में सोमवार को दिनभर स्कूल बंद रहे। राजधानी जयपुर में भी लगातार हो रही बारिश से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शहर की सड़कें जलमग्न हो गईं और लगभग सभी सड़कों पर यातायात की जाम जैसी स्थिति को सामान्य बनाने के लिये पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

आपदा प्रबंधन विभाग के संयुक्त सचिव भगवत सिंह ने बताया कि करौली और हिंडौन कस्बे में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीमों ने करीब 100 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। पुलिस के अनुसार सोमवार को जयपुर के कानोता बांध में रविवार शाम बहे पांच लोगों के शव निकाले गए, वहीं दो और लोग गलता कुंड में नहाते समय डूब गए। पुलिस ने बताया कि कानोता बांध में डूबे युवकों की पहचान हर्ष नागौरा (20), विनय मीणा (22), विवेक माहौर (22), अजय माहौर (23) और हरकेश मीणा (24) के रूप में हुई है। ये सभी पिकनिक मनाने बांध पर गए थे।

पुलिस ने बताया कि सोमवार को यहां गलता कुंड में नहाते समय दो चचेरे भाई डूब गए। सहायक पुलिस आयुक्त (उत्तर) हरिशंकर शर्मा ने बताया कि सवाई माधोपुर निवासी सोनी कोली (20) और राहुल कोली (23) सोमवार को नहाने के लिए गलता कुंड में कूद गए। अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को दौसा में 30 वर्षीय एक व्यक्ति की भी मोरोली बांध में बह जाने से मौत हो गई।
PunjabKesari
अशोक गहलोत ने सरकार पर साधा निशाना
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दावा किया कि राज्य में बारिश से संबंधित हादसों में 25 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से यह स्पष्ट करने को कहा है कि आपदा प्रबंधन एवं राहत मंत्री पद पर बने हुए हैं या उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। गहलोत ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को टैग करते हुए कहा, " प्रदेशभर में भारी बारिश एवं इससे संबंधित हादसों के कारण 25 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसी आपदा की स्थिति में राज्य के आपदा राहत मंत्री के बारे में जनता को यह नहीं पता कि वो पद पर हैं या उनका इस्तीफा स्वीकार हो गया है।'' उन्होंने कहा, " मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए जिससे उचित निगरानी एवं राहत बचाव कार्यों के लिए निर्देशन मिल सके। विकट परिस्थितियों में ऐसी असमंजस की स्थिति राज्य की जनता के साथ छलावे जैसा है।''

लोकसभा चुनाव में प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कृषि एवं आपदा राहत मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने हाल ही में मंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी। हालांकि, अभी तक उनका इस्तीफा आधिकारिक रूप से स्वीकार नहीं किया गया है। इस घटनाक्रम के तुरंत बाद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि वे मंगलवार को महुआ, वैर, बयाना, हिंडौन, करौली, गंगापुर, सवाई माधोपुर का दौरा करेंगे, जहां अत्यधिक बारिश दर्ज की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि वे स्थिति का जायजा लेने के बाद प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश देंगे।

इस बीच, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एक वीडियो जारी कर लोगों को भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार प्रदेशवासियों के साथ है। उन्होंने कहा, "पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है। कई जगहों पर बारिश ने पिछले रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। मैं लगातार स्थिति पर नजर रख रहा हूं। कुछ जगहों पर जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति है और नदियों में पानी का बहाव भी तेज है। बांधों में भी लगातार पानी आ रहा है।"

मुख्यमंत्री ने लोगों से की अपील
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे में लोगों को अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए तथा नदियों, झरनों, तालाबों और कुंडों में नहाने से बचना चाहिए। निचले इलाकों में फंसे लोगों को विशेष रूप से अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए। शर्मा ने लोगों से अपील की कि सुरक्षा कारणों से बारिश के मौसम में बिजली के खंभों और तारों से दूरी बनाए रखें तथा भवनों में बेसमेंट का उपयोग करने से बचें। उन्होंने लोगों को पशुओं का भी ध्यान रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा, ''बारिश का यह दौर आगे भी जारी रहने की संभावना है। मेरी आप सभी से अपील है कि मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनियों को गंभीरता से लें तथा सभी आवश्यक सावधानियां बरतें।''
PunjabKesari
मुख्यमंत्री ने कहा, ''राज्य सरकार प्रदेशवासियों के साथ है। बचाव दल जिले में मुस्तैदी से काम कर रहा है। प्रभावित लोगों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च जिम्मेदारी है।'' राज्य के कई हिस्सों में लगातार हो रही बारिश ने राजधानी जयपुर समेत राजस्थान के कई जिलों में जनजीवन प्रभावित कर दिया है। पिछले 24 घंटों में जयपुर में रिकॉर्ड 118 मिमी बारिश दर्ज की गई है तथा यह दौर अभी भी जारी है। भरतपुर, करौली, दौसा और सवाई माधोपुर समेत कई जिलों में स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। राजधानी में रविवार दोपहर से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। सोमवार सुबह करीब पांच बजे कई इलाकों में तेज बारिश शुरू हुई और सुबह नौ बजे तक रुक-रुक कर बारिश होती रही। इससे कई निचले इलाकों में पानी भर गया। लोग घरों में कैद होकर रह गए।

इन इलाकों में भारी बारिश
जयपुर के मौसम विभाग केंद्र के अनुसार सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 24 घंटे के दौरान जयपुर हवाई अड्डे पर 118 मिमी बारिश दर्ज की गई। जबकि इस दौरान दौसा के रामगढ़ पचवारा में 258 मिमी और करौली के सपोटरा में 207 मिमी बारिश हुई। दौसा जिले के लालसोट और राऊवास में 132 से 178 मिमी, जयपुर में 126 मिमी, सवाई माधोपुर के खंडार और बोनाली में कई जगह 117 से 168 मिमी बारिश हुई।

जयपुर मौसम केन्द्र ने सोमवार को जयपुर, टोंक, बूंदी, सवाई माधोपुर, दौसा, कोटा, बारां और बूंदी जिलों में अत्यधिक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया था। केन्द्र के अनुसार सोमवार सुबह से शाम 5.30 बजे तक राजधानी जयपुर में 76.6 मिमी, सीकर में 38 मिमी, अलवर में 25 मिमी, अंता में 22.5 मिमी, अजमेर में 13.8 मिमी, धौलपुर में 11.5 मिमी, भरतपुर में 9.3 मिमी बारिश दर्ज की गई।

मौसम केंद्र के प्रवक्ता ने बताया कि अगले चार-पांच दिनों तक पूर्वी राजस्थान के जयपुर, भरतपुर, कोटा, अजमेर संभाग के कुछ हिस्सों में भारी और अति भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। उन्होंने बताया कि पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग के कुछ हिस्सों में अगले चार-पांच दिनों तक मध्यम और कभी भारी बारिश होने की संभावना है। जोधपुर और उदयपुर संभाग में छिटपुट स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। उनके अनुसार एक जून से 12 अगस्त तक राजस्थान में सामान्य से 40 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है। राज्य में इसी अवधि के दौरान दर्ज की गई सामान्य वर्षा 283.9 मिमी है, जो इस वर्ष 397.8 मिमी रही है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार पश्चिमी राजस्थान में सामान्य से 56 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है, जबकि पूर्वी राजस्थान में 31 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। डूंगरपुर और बांसवाड़ा को छोड़कर लगभग सभी जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Yaspal

Related News