Fast food is a health hazard: क्यों बन रहा है फास्ट फूड मौत की वजह? Health Experts ने जारी की ये चेतावनी

punjabkesari.in Tuesday, Dec 23, 2025 - 03:51 PM (IST)

Regular fast food is a health hazard: आज के बदलते लाइफ स्टाइल के साथ- साथ हमारे खान- पान में भी काफी बदलाव आ रहा है। खासकर बच्चों से लेकर युवाओं में फास्ट फूड और अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड खाने (जैसे बर्गर, फ्राइड चिकन, कोल्ड ड्रिंक, पनीर/मीट वाले तैयार पैकेज्ड आइटम) का ट्रेंड काफी तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि कई बार लोग खाना बनाने  पर लगने वाले समय को बचाने के लिए भी फास्ट फूड खाने को तरजीह देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फास्ट फूड का ज्यादा सेवन आपके शरीर के लिए हानिकारक है। इससे जुडी अमरोहा से हाल ही में एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां पर एक 11वीं की एक स्टूडेंट की ज्यादा फास्ट फूड खाने से मौत हो गई है, जिसका खुलासा AIIMS ने किया है। तो आइए जानते हैं कि अंतरराष्ट्रीय अध्ययनों के मुताबिक इन खाद्य पदार्थों का नियमित सेवन स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल रहा है और समय से पहले मौत का जोखिम बढ़ा रहा है।

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फास्ट फूड में नमक और शूगर होती है ज्यादा

विशेषज्ञों का कहना है कि फास्ट फूड में अधिक मात्रा में सैचुरेटेड और ट्रांस फैट, नमक, शुगर और कीमी प्रमाणीकरण सामग्री होती है, जो दिल-धमनियों, रक्तचाप, टाइप-2 डायबिटीज और मोटापे जैसी बीमारियों को जन्म देती है।

अध्ययन क्या कहते हैं?

एक बड़े global review (207,000 से अधिक प्रतिभागियों पर) में पाया गया कि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड के सेवन से मृत्यु का जोखिम 21% तक बढ़ता है। वहीं दिल-जैसी बीमारियों से होने वाली मौतें 50% तक अधिक होती हैं। दिल से जुड़ी मौतें 66% तक बढ़ सकती हैं। हालांकि यह खतरा उस समय और अधिक बढ़ जाता है जब रोज़ खाने में इन पदार्थों की हिस्सेदारी बढ़ती है।

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ज्यादा मीठा और फास्ट फूड खाने के ये हैं नुक्सान

अमेरिका आधारित शोध में यह भी दिखा कि जिन लोगों ने ज़्यादा फास्ट-फूड और शुगर-मीठे पेय पदार्थों का सेवन किया, उनके बीच मोटापा, कार्डियोवैस्कुलर रोग और कैंसर से होने वाली मौतें बढ़ीं। अमेरिका और यूरोप जैसे देशों के डेटा में ये खुलासा हुआ कि बढ़ते फास्ट-फूड रेस्तरां की संख्या से दिल की बीमारी, स्ट्रोक और डायबिटीज जैसी गंभीर स्थितियों के कारण मौतें बढ़ रही हैं।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चेतावनी

डॉक्टरों का मानना है कि फास्ट फूड और अत्यधिक प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों में पोषक तत्व बहुत कम और हानिकारक तत्व बहुत अधिक होते हैं। बार-बार इनका सेवन शरीर में सूजन, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई बीपी और हृदय से जुड़ी बीमारियों का जोखिम बढ़ाता है।

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इतनी मात्रा में फास्ट फूड खाना है ठीक

विशेषज्ञों ने कहा है कि एक-दो बार फास्ट फूड खाना सामान्य है, लेकिन यदि यह रोज़मर्रा की डाइट बन जाए तो यह जीवन-काल (लाइफ-स्पैन) को प्रभावित कर सकता है। Balanced (संतुलित) आहार जैसे घर का खाना, ताजे फल-सब्ज़ियाँ और कम प्रोसेस्ड सामग्री ज़्यादा सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक हैं।

 


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News Editor

Radhika

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