हाथी घोड़ा पालकी... जय कन्हैया लाल की..., देशभर में रही जन्माष्टमी की धूम

punjabkesari.in Friday, Aug 26, 2016 - 02:05 AM (IST)

नई दिल्ली: भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव जन्माष्टमी के अवसर पर आज देशभर के मंदिरों में ‘हरे कृष्णा, हरे रामा’ की गूंज रही और छोटे-छोटे बच्चे कृष्ण कन्हैया की पोशाक पहनकर मंदिरों में झांकी देखने आए लोगों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहे। देशभर में अधिकतर लोगों ने इस अवसर पर व्रत रखा है जिसे आधी रात के बाद मंदिरों में भगवान कृष्ण के जन्म के उद्घोष के बाद खोला जाएगा।
 
दही हांडी का किया गया आयोजन
महाराष्ट्र में हजारों लोग भगवान कृष्ण के बचपन से जुड़ी घटनाओं को नृत्य नाटिका के रूप में पेश करने के लिए एकत्र हुए और दही हांडी का भी आयोजन किया गया। उच्चतम न्यायालय द्वारा दही हांडी के संबंध में बनाए जाने वाले मानवीय पिरामिड की उंचाई 20 फुट से अधिक नहीं करने के आदेश के उल्लंघन के चलते राज्य में कथित रूप से 14 गोविंदा घायल हो गए ।
 
ढोल-नगाड़ों से मना रहे जन्माष्टमी
उत्तर भारत में कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर गीतों और नृत्यों का आयोजन किया गया। रात में भगवान कृष्ण की प्रतिमा को नहलाया गया और नगाड़ों की धूमधाम के साथ उन्हें फूलों से सजे पालने में बिठा कर झुलाया गया। भगवान कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा और वृंदावन में लाखों तीर्थयात्रियों ने मुख्य मंदिरों में पूजा अर्चना की गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा की।
 
इस्कान मंदिर में भक्तों का दिन भर लगा रहा तांता
इंटरनेशनल सोसायटी आफ कृष्णा कांशियसनेस (इस्कान) के मंदिरों में बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए।   इस त्यौहार के अवसर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे और संवेदनशील स्थलों पर अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया था। नई दिल्ली में इस्कान मंदिर में श्रद्धालुओं का भारी तांता लगा रहा जहां गुरुवार सुबह आरती के साथ ही उत्सव शुरू हो गया था। बिरला मंदिर के रूप में पहचाने जाने वाले लक्ष्मी नारायण मंदिर और पुरानी दिल्ली के गौरी शंकर मंदिर को इस अवसर के लिए विशेष रूप से सजाया गया था।
 
जम्मू में पतंग उड़ाकर मनाई जन्माष्टमी
जम्मू में लोगों ने पतंग उड़ाकर जन्माष्टमी मनायी। इस अवसर पर विशेष शोभा यात्राएं भी निकाली गईं।   राजस्थान की राजधानी जयपुर में हजारों लोग गोविंद देवजी के मंदिर में एकत्र हुए। पंजाब के फगवाड़ा जिले में केवल महिलाओं के लिए बने मंदिर श्रीसंधूरण देवी मंदिर के द्वार इस अवसर पर पुरुषों के लिए भी खोले गए। सालभर इस मंदिर में पुरूषों का प्रवेश वर्जित होता है और केवल जन्माष्टमी के मौके पर ही पुरुषों को मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी जाती है ।
 
तमिलनाडु में श्री कृष्ण को लगाए दूध, घी, मक्खन का भोग
तमिलनाडु में मकानों को भगवान कृष्ण की मूर्तियों से सजाया गया था और भगवान को दूध, घी तथा मक्खन से बनी मिठाई ‘सिदाई’ का भोग लगाया गया।

सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News