देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े रहना राहुल गांधी और कांग्रेस की आदत : अमित शाह
punjabkesari.in Wednesday, Sep 11, 2024 - 01:45 PM (IST)
नेशनल डेस्क : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा है कि राहुल गांधी की भेदभाव फैलाने की बातें उनकी विभाजनकारी सोच को दिखाती हैं। शाह का कहना है कि राहुल गांधी की टिप्पणियों में भाषा, क्षेत्र और धर्म के आधार पर भेदभाव की बातें शामिल हैं, जो देश को विभाजित करने की दिशा में उठाए गए कदम हैं। शाह ने यह भी कहा कि राहुल गांधी का ऐसा रवैया देश की एकता और सामंजस्य को खतरे में डालता है।
देशविरोधी बातें करना और देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े होना राहुल गाँधी और कांग्रेस पार्टी की आदत सी बन गई है। चाहे जम्मू-कश्मीर में JKNC के देशविरोधी और आरक्षण विरोधी एजेंडे का समर्थन करना हो, या फिर विदेशी मंचों पर भारत विरोधी बातें करनी हो, राहुल गाँधी ने देश की सुरक्षा…
— Amit Shah (@AmitShah) September 11, 2024
विभाजनकारी सोच और आरक्षण विरोध
अमित शाह ने राहुल गांधी की विभाजनकारी सोच की आलोचना करते हुए कहा कि वे भाषा, क्षेत्र और धर्म में भेदभाव की बात करते हैं। इसके साथ ही, शाह ने राहुल गांधी की आरक्षण के खिलाफ टिप्पणियों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने आरक्षण को समाप्त करने की बात कर कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा एक बार फिर से उजागर किया है। शाह का कहना है कि राहुल गांधी के मन में जो भी विचार हैं, वे किसी न किसी रूप में बाहर आ ही जाते हैं। अमित शाह ने राहुल गांधी को यह भी बताया कि जब तक बीजेपी सत्ता में है, तब तक आरक्षण को कोई भी छू नहीं सकता और देश की एकता के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता।
राहुल गांधी की अमेरिका यात्रा
राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका की तीन दिन की यात्रा पर हैं। हाल ही में उन्होंने वाशिंगटन डीसी में भारत के लोकसभा चुनावों पर टिप्पणी की। राहुल गांधी ने कहा कि वे लोकसभा चुनाव 2024 को स्वतंत्र चुनाव के रूप में नहीं देख रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनावों से पहले भारतीय संस्थाओं पर कब्जा कर लिया गया है।
संस्थाओं पर कब्जा और संविधान की रक्षा
राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस ने शिक्षा प्रणाली, मीडिया, और जांच एजेंसियों पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने यह भी बताया कि पहले भी वे इस पर चर्चा कर चुके हैं, लेकिन लोगों को सही से समझ में नहीं आ रहा था। राहुल गांधी ने संविधान के महत्व को आगे रखते हुए कहा कि अगर संविधान खत्म हो जाएगा तो पूरा लोकतंत्र खतरे में पड़ जाएगा।