गुजरात सरकार ने किसानों को दिया तोहफा

punjabkesari.in Wednesday, Aug 08, 2018 - 12:54 PM (IST)

गांधीनगर: गुजरात में मानसून की वर्षा के एक सप्ताह से अधिक समय तक रूक जाने और कई स्थानों पर कम बारिश होने के कारण राज्य सरकार ने आज किसानों को प्रति दिन आठ घंटे दी जाने वाली सस्ती बिजली की अवधि को आज दो घंटे के लिए बढ़ाने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की अध्यक्षता में उनके आवास पर आयोजित एक समीक्षा बैठक में यह फैसला लिया गया। 

बैठक में अन्य मंत्रियों और मुख्य सचिव तथा अधिकारियों के साथ उपस्थित रहे उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल ने पत्रकारों को बताया कि इस फैसले से सरकारी खजाने पर 500 करोड़ रूपये से अधिक का अतिरिक्त बोझ आयेगा। अब तक किसानों को बिजली आपूर्ति पर लगभग 4500 करोड़ रूपये का खर्च आता था। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने उन 44 तालुका जहां 5 ईंच से कम वर्षा हुई है, दो रूपये प्रतिकिलो के दर पर घास उपलध कराने की योजना को भी जारी रखने का निर्णय लिया है।  

पटेल ने बताया कि मध्य प्रदेश, राजस्थान महाराष्ट्र जैसे पड़ोसी राज्यों जहां से राज्य की प्रमुख नदियों नर्मदा, तापी आदि को पानी मिलता है में पर्याप्त वर्षा नहीं होने से सरदार सरोवर नर्मदा बांध, तापी उकाई बांध, कडाणा बांध समेत राज्य के प्रमुख बांधों में जलस्तर काफी कम है और स्थिति चिंताजनक है।  उधर, ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल ने बताया कि किसानों को बिजली आपूर्ति के घंटे में बढ़ोत्तरी से प्रति दिन मौजूदा लगभग साढ़े छह करोड यूनिट की बजाय आठ करोड़ यूनिट बिजली की जरूरत होगी।
 


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vasudha

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